ग्रामीणों की ओर से संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने के बाद आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों को इसकी सूचना दी। जिसेक बाद से सर्च अभियान चलाया जा रहा है। संदिग्ध ड्रोन को पाकिस्तान की साजिश बताया जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक गरु राम भारद्वाज ने बताया कि तलाशी अभियान शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे शुरू हुआ और रविवार सुबह करीब नौ बजे तक चला, लेकिन इस दौरान कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। उन्होंने कहा कि अवैध उड़ने वाली वस्तु की सूचना मिली थी और समझा जाता है कि यह पाकिस्तानी ड्रोन था जो शनिवार शाम करीब सात बजकर 25 मिनट पर सांबा से 10 किलोमीटर दक्षिण में रीगल चौकी के नजदीक सारथी कलां, डेरा और मदून गांवों के ऊपर लगभग पांच मिनट तक उड़ा। भारद्वाज ने कहा, ‘तलाशी अभियान देर रात तक चला और सुबह पौ फटते ही इसे दोबारा शुरू किया गया। बताए गए स्थल के पूरे पांच किलोमीटर के दायरे में तलाशी ली गई।’ उन्होंने स्वयं जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग के पास चकवाल और बंदराली गांव सहित विभिन्न गांवों में चले तलाशी अभियान का नेतृत्व किया। दो दिन पहले ही जम्मू.कश्मीर के रियासी जिले के तुकसान गांव से लश्कर.ए.तैयबा के दो आतंकवादी पकड़े गए। पुलिस ने बताया कि जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में भारी हथियारों से लैस लश्कर.ए.तैयबा के दो आतंकवादियों को पकड़कर गांव वालों ने पुलिस के हवाले किया। दोनों आतंकी जम्मू.श्रीनगर नेशलन हाईवे पर अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाने की कोशिश में थे। दोनों आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ था। भारत में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान अपनी नापाक साजिशों को लगातार रच रहा है। उसने कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए ड्रोन को अपना जरिया बनाया है। वह ड्रोन के जरिए कश्मीर में हथियारों की खेप भेजकर आतंक फैलाना चाहता है। हालांकि सुरक्षाबलों के जवान पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं और उसकी किसी साजिश को कामयाब नहीं होने दे रहे हैं।