देश से आतंकवाद का सफाया होना जरूरी है : सुमित शर्मा
होनी चाहिए खुफिया विफलताओं की जांच
नई दिल्ली (सी.पी.एन.न्यूज़) : पहलगाम में आतंकियों नें जो घिनौना कृत्य किया उसकी आलोचना पूरी दुनिया में हो रही है | जिस तरह से चुन-चुन कर पर्यटकों को निशाना बनाया गया निंदनीय तथा शर्मनाक है | यह कहना है लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के डेलिगेट सुमित शर्मा का | सुमित शर्मा कहते है यह हादसा उस वक्त हुआ जब अमरनाथ यात्रा की तैयारियां चल रही हैं | ऐसे में ना केवल धर्मयात्रा प्रभावित होगी बल्कि काश्मीर के पर्यटन उद्योग को भी भारी क्षति पहुंचेगी | सुमित शर्मा का कहना है केंद्र सरकार को इतने कठोर कदम उठाने चाहिए कि देशवासियों में जो भय व्याप्त है उसका निराकरण हो | श्री शर्मा कहते है इस हादसे नें निश्चित रूप से देश के ख़ुफ़िया तथा सुरक्षा तन्त्र पर सवालिया निशान लगाये है | लोग हैरान है आतंकी इतने समय तक तांडव मचाते रहे ,लोग मरते रहे लेकिन हमारे खुफिता त्तन्त्र को भनक तक नहीं लगी | सुमित शर्मा कहते हैं देश से आतंकवाद का सफाया होना जरुरी है क्योंकि ये इंसानियत के दुश्मन है जो केवल दहशत फैलाने का काम करते है। उन्होंने कहा कि पहलगाम की कायराना हरकत हमारे देश को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश है | आज सरकार की जवाबदेही तय करने का भी वक्त है कि इंटेलिजेंस आउट पुट और सीमापार से लगातार धमकियों को सरकार ने गंभीरता से क्यों नही लिया। जब यह पता था कि लाखों की तादात में टूरिस्ट कश्मीर जा रहें है ऐसे में उनकी सुरक्षा का जिम्मा भी सुरक्षाबलों का था। सुमित शर्मा कहते हैं कि पहलगाम एक अत्यंत सुरक्षित क्षेत्र है, जहां त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू है और जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश होने के नाते सीधा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आता है। आतंकी हमले में खुफिया विफलताओं और सुरक्षा चूक की व्यापक और गहन जांच की जाए। सुमित शर्मा कहते हैं कि केन्द्र व राज्य सरकार जम्मू-कश्मीर के उन लोगों की आजीविका की भी रक्षा सुनिश्चित करें, जिनका जीविका पर्यटन पर निर्भर है। प्रशासन अगर इस कार्य को पूरी ईमानदारी और गंभीरता के साथ करेगा तो यहां के लोगों का भविष्य भी सुरक्षित करने में हम कामयाब होंगे। अमरनाथ यात्रा शीघ्र ही प्रारंभ होगी जिसमें देशभर के लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं, उनकी सुरक्षा भी सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए ठोस पारदर्शी और सक्रिय सुरक्षा उपाय तुरंत लागू किए जाने चाहिए।