Bulandshahr Accident: बुलंदशहर में भीषण सड़क हादसा: तेज रफ्तार ट्रक और डीसीएम की टक्कर में 3 की मौत, 31 घायल
बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद कस्बे के नजदीक शुक्रवार तड़के सुबह करीब 3 से 4 बजे के बीच एक भयानक सड़क हादसा हुआ। अनूपशहर रोड पर गांव रौंडा के पास तेज रफ्तार एक ट्रक और डीसीएम के बीच जबरदस्त आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस हादसे में एक महिला समेत तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 31 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना इतनी भीषण थी कि डीसीएम के चालक ने भी मौके पर दम तोड़ दिया। वहीं, ट्रक चालक हादसे के बाद वाहन छोड़कर फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार, डीसीएम में सवार सभी यात्री पंजाब के एक ईंट भट्ठे में मजदूरी करके अपने पैतृक गांव शाहजहांपुर लौट रहे थे। अचानक ट्रक की नींद में झपकी आने के कारण उसका नियंत्रण खो गया और वह डीसीएम से टकरा गया। इस टक्कर की तीव्रता इतनी अधिक थी कि डीसीएम का पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। दुर्घटना के बाद आसपास के ग्रामीण और पुलिस अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
घायलों को तुरंत बुलंदशहर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद 27 घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्रों में रेफर कर दिया गया। चार घायल अभी भी जिला अस्पताल में उपचाराधीन हैं। घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी श्रुति और एसएसपी दिनेश कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे और घायलों से मिले, साथ ही बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पुलिस ने मौके से दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाकर सड़क पर ट्रैफिक सुचारू कर दिया है।
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है और घटना की विस्तृत जांच जारी है। पुलिस अधिकारी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि दुर्घटना के मुख्य कारण में चालक की नींद में झपकी आना बताया जा रहा है, जिससे नियंत्रण खोने के कारण यह भीषण टक्कर हुई।
यह दुर्घटना न केवल बुलंदशहर जिले में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर प्रश्नचिह्न लगाती है, बल्कि मजदूरों के सुरक्षित आवागमन की भी चिंता बढ़ाती है। जिले में सड़कों पर तेज गति से चलने वाले भारी वाहनों की वजह से कई बार ऐसी जानलेवा दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें न केवल यात्रियों को बल्कि अन्य आम जनता को भी भारी नुकसान होता है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस अब ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने पर जोर दे रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदियों को टाला जा सके।