हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान हो गया है। चुनाव आयोग के प्रमुख राजीव कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान होगा। आठ दिसंबर को नतीजे आएंगे। प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम विधानसभा के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। नए मतदाता, महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांगजनों की भागेदारी महत्वपूर्ण है.कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में हिस्सा लें। सभी मतदान केंद्र सुगम, सुरक्षित और सहज होंगे और ग्राउंड फ्लोर पर रखे जाएंगे। पानी वेटिंग शेड, टॉयलेट,लाइटिंग की सुविधा होगी। कुछ पोलिंग बूथ की कमान महिलाओं को दी जाएगी। घर से पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिंग करने का अधिकार मिलेगा। वोट डालने में प्राथमिकता दी जाएगी। सहयोगी और व्हीलचेयर प्रदान किए जाएंगे। पिक एंड ड्रॉप फैसिलिटी मुहैया कराई जाएगी। 80 साल से ऊपर के वोटर डर बैठकर वोट डाल सकेंगे। चुनाव आयोग के प्रमुख राजीव कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में एक चरण में चुनाव होगा। उन्होंने बताया कि हर मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर ही होगा। हिमाचल में इस बार कुल 55.07 लाख मतदाता वोट डाल सकेंगे। हिमाचल प्रदेश में 55 लाख वोटर हैं। इनमें 27 लाख 80 हजार पुरुष और 27 लाख 27 हजार महिलाएं हिस्सा लेंगी। चुनाव में शामिल सेवा कर्मियों की संख्या 67 हजार 532 होगी। इसके अलावा PWD 56,001 होगी। इसके अलावा 80 साल से ज्यादा उम्र के 1.22 लाख मतदाता हैं। इसके साथ ही 1184 मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है। पिछली बार हिमाचल प्रदेश में वोटिंग और काउंटिंग के बीच 70 दिन का गैप था, जबकि 2012 में यह गैप 81 दिन का था। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, इस लंबे दिनों के अंतर से आदर्श आचार संहिता लागू होने की अवधि बढ़ गई। हम नहीं चाहते कि पूरी चुनाव प्रक्रिया बहुत लंबी अवधि तक जारी रहे। इस बार गुजरात और हिमाचल प्रदेश का कार्यकाल समाप्त होने में 40 दिनों का अंतर है। 14वीं गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को समाप्त होगा, जबकि 13वीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी, 2023 को समाप्त होगा। गुजरात में मतदान की तारीखों की घोषणा आने वाले हफ्तों में होने की उम्मीद है।