Kedarnath Helicopter Crash: हेलिकॉप्टर हादसा: केदारनाथ के पास बड़ा हादसा, पायलट समेत 7 श्रद्धालुओं की मौत
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। सुबह लगभग 5:24 बजे एक निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गया। यह हादसा रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड के पास जंगलों में हुआ, जहां हेलिकॉप्टर आग का गोला बनकर जमीन से टकराया। हादसे में पायलट समेत सात लोगों की मौत की खबर है, जिनमें छह यात्री और एक मासूम बच्चा भी शामिल है।
यह हादसा ऐसे समय में हुआ जब उत्तराखंड के चारधाम यात्रा का चरम समय चल रहा है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। हेलिकॉप्टर सेवा का उद्देश्य बुजुर्ग, बीमार और समय की कमी वाले यात्रियों को राहत देना था, लेकिन इस दुर्घटना ने सभी को गहरे दुख में डुबो दिया है।
रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने पुष्टि की कि हेलिकॉप्टर सुबह करीब साढ़े पांच बजे केदारनाथ से रवाना हुआ था और कुछ ही समय बाद उसका संपर्क टूट गया। बाद में सूचना मिली कि हेलिकॉप्टर जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। प्रारंभिक जांच में खराब मौसम को इस दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है, क्योंकि उस समय क्षेत्र में घना कोहरा और तेज हवाएं थीं।
जैसे ही दुर्घटना की सूचना प्रशासन को मिली, तुरंत एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीमें घटनास्थल के लिए रवाना की गईं। बचाव अभियान तेजी से चलाया गया, लेकिन घटनास्थल तक पहुंचना बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि यह इलाका कठिन और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है और राहत व बचाव कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने कहा कि सरकार हादसे की जांच कराएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और चारधाम यात्रा प्रबंधन टीम भी सक्रिय हो गई है। हेलिकॉप्टर सेवा संचालित करने वाली निजी कंपनी से भी जवाब तलब किया गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और अन्य एजेंसियां भी जांच के लिए मौके पर पहुंच रही हैं।
यह दुर्घटना न केवल यात्रा को झकझोर देने वाली है, बल्कि हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा पर भी बड़े सवाल खड़े करती है। श्रद्धालुओं में भय और शोक का माहौल है, और लोग ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना कर रहे हैं।