‘राम वाले, कबीर वाले, अल्लाह वाले, हर आदमी सनातन’, पप्पू यादव ने केंद्र को निशाने पर लिया
पप्पू यादव ने कहा कि 29% लोग अमेरिका में किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं, लेकिन फिर भी मेरा मानना है कि किसी को भी किसी धर्म के प्रति कलंकित करने वाला बयान नहीं देना चाहिए.
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने शुक्रवार (8 सितंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सनातन धर्म (Sanatan Dharma) को लेकर केंद्र पर हमला बोला. बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर निशाना साधते हुए कहा कि ये हर मुद्दे पर सियासत करते हैं. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के सलाहकार निरक्षर हैं. अक्षरकटवा हैं. उन्हें देश के सनातनी संस्कृति के बारे में समझ नहीं हैं. सनातन का मतलब होता है नित नूतन, जिसका मतलब होता रोजाना जीवन जीने की पद्धति, जो राम वाले हों, कृष्णा वाले हों, गुरुनानक वाले हों, कबीर वाले हों, चाहे अल्लाह वाले हों, हर आदमी सनातन है.
‘जो देश दुनिया में आगे हैं, वह भगवान को नहीं मानने वाले हैं’
पप्पू यादव ने कहा कि अगर सनातनी को हम कट्टर बनाएंगे तो वह खत्म हो जाएगा. सिंगापुर में 31% लोग बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं. 20 से 25 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो ईश्वर को नहीं मानते हैं. भारत में 14.2% मुसलमान हैं, 79.08% हिंदू फिर भी यहां हिंदू खतरे में आ जाता है. उन्होंने कहा कि जो देश दुनिया में आगे हैं, वह भगवान को नहीं मानने वाले हैं. वहां डेवलपमेंट ज्यादा है. वहां ईश्वर की कोई परिकल्पना नहीं है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जाप सुप्रीमो ने आगे कहा कि 29% लोग अमेरिका में किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं, लेकिन फिर भी मेरा मानना है कि किसी को भी किसी धर्म के प्रति कलंकित करने वाला बयान नहीं देना चाहिए. सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए. सनातनी धर्म का मतलब है सर्वधर्म समभाव. सनातनी धर्म विचारधारा का मतलब वसुधैव कुटुंबकम्, जो किसी भी धर्म जाति गरीब अमीर पर किसी तरह का हमला नहीं करता हो. जहां सभी की आय बराबर हो, जिसको हम सामाजिक न्याय कहते हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि सनातनी विचारधारा और सामाजिक न्याय दोनों सबके लिए इक्वल जस्टिस है. क्या-क्या सामाजिक न्याय है ये बीजेपी को पता है? क्या बीजेपी वालों ने कभी सामाजिक न्याय को जानने का प्रयास किया है?