शाहदरा के फैक्ट्री में जलती बीड़ी फेंकने की वजह से लगी थी आग, उजड़ गए दो हसंते-खेलते परिवार
दिल्ली के शहादरा स्थित राम नगर के जिस बिल्डिंग में आग लगी थी, वह भूतल के साथ चार मंजिला थी. इसमें आग लगने और लोगों के फंसे होने की सूचना पुलिस को मिली थी.
दिल्ली के शाहदरा (Shahdara) इलाके में शुक्रवार देर शाम उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब वहां की एक बिल्डिंग में अचानक ही आग लग गयी और लोग चीखते-पुकारते इधर-उधर भागने लगे. आग इतनी तेजी से फैली की इसकी चपेट में आने से एक साल की एक मासूम बच्ची समेत कुल चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो घायलों का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस मामले में मृतकों की पहचान, गौरी सोनी (40), उसके 17 वर्षीय बेटे प्रथम सोनी, रचना (28) और उसकी एक वर्षीय बच्ची रूही के रूप में हुई है.
वहीं घायलों में 16 वर्षीय राधिका और 70 वर्षीय प्रभावती शामिल हैं. बिल्डिंग में लगी पर फायर टेंडर, स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से काबू पा लिया गया है, लेकिन वहां अब भी कूलिंग का काम जारी है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शाहदरा स्थित राम नगर के जिस बिल्डिंग में आग लगी थी वह भूतल के साथ चार मंजिला थी. जिसमें आग लगने और लोगों के फंसे होने की सूचना महेंद्र पार्क थाने की पुलिस को शुक्रवार शाम 5:22 बजे मिली थी. सूचना पर त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए महेंद्र पार्क थाने के एसएचओ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे.
बिल्डिंग में फंसे छह लोगों को निकाला गया
यहां उन्होंने पीसीआर स्टाफ और पब्लिक की सहायता से बिल्डिंग में फंसे तीन लोगों को निकाला. तब तक फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई और बिल्डिंग में फंसे तीन और लोगों को वहां से निकाला गया. इस दौरान शाहदरा और सीलमपुर के एसीपी समेत फायर की अन्य गाड़ियां भी मौके ओर पहुंच गई, जो आग पर काबू पाने की कोशिश में लग गईं. घायलों को पीसीआर और एम्बुलेंस की सहायता से तुरंत ही जीटीबी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने एक मासूम बच्ची समेत कुल चार लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि दो का अभी भी इलाज जारी है. मृतकों में दो अलग-अलग परिवार के लोग शामिल हैं, जिनमें एक मां-बेटा है तो दूसरे परिवार की मां-बेटी को इस घटना में अपनी जान गंवानी पड़ी है.
वाईपर बनाने की फैक्ट्री थी ग्राउंड फ्लोर पर
बताया जा रहा है कि G+4 वाली बिल्डिंग में एक ही सीढ़ी थी, जो काफी तंग थी, इस वजह से लोग उसमें फंस गए थे. पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर बिल्डिंग के मालिक भरत सिंह के कब्जे में है, जबकि दो फ्लोर को उन्होंने किराए पर चढ़ा रखा है. ग्राउंड फ्लोर, जहां पर आग लगी, उसमें वाईपर बनाने की फैक्ट्री चल रही थी और उसमें प्लास्टिक-रबड़ के मटेरियल रखे हुए थे. किसी श्रमिक द्वारा जलती बीड़ी फेंकने की वजह से उसमें आग लग गयी और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया.
आग के कारण पूरे बिल्डिंग में धुआं भर गया जिससे बिल्डिंग में फंसे लोगों का दम घुटने लगा और वे निकल नहीं पाए और गिर कर बेहोश हो गए थे. फिलहाल आग पर काबू या लिया गया है. इस पूरे मामले में पुलिस छानबीन कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.