RSS Leader Karnataka: कर्नाटक में आरएसएस नेता कल्लदका प्रभाकर भट के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने पर एफआईआर दर्ज
मंगलुरु, कर्नाटक – कर्नाटक में एक गंभीर मामला तब सामने आया जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता कल्लदका प्रभाकर भट के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई। यह घटना 12 मई को मंगलुरु के पास उस समय घटी, जब भट ने एक सार्वजनिक सभा में कथित तौर पर ऐसा भाषण दिया जिससे साम्प्रदायिक तनाव भड़क सकता था।
जानकारी के अनुसार, यह भाषण सुहास शेट्टी की याद में आयोजित एक शोक सभा के दौरान दिया गया था, जिसमें करीब 500 लोग मौजूद थे। इस कार्यक्रम के दौरान भट द्वारा बोले गए कुछ कथन सार्वजनिक शांति और सामाजिक सौहार्द के विरुद्ध पाए गए। पुलिस का कहना है कि उनका भाषण “उत्तेजक और विभाजनकारी” था, जो दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ा सकता था।
स्थानीय पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और भारतीय दंड संहिता की उन धाराओं में मामला दर्ज किया है जो सार्वजनिक सौहार्द और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से संबंधित हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाषण की वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है और पूरे भाषण का विश्लेषण कर कानूनी राय ली जा रही है। जरूरत पड़ने पर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी।
प्रभाकर भट दक्षिण कर्नाटक में आरएसएस का प्रमुख चेहरा रहे हैं और वे पहले भी अपने तीखे भाषणों के लिए चर्चा में आ चुके हैं। लेकिन यह पहली बार है जब उनके खिलाफ औपचारिक रूप से आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। इस घटनाक्रम ने कर्नाटक की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है, जहां विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा है।
कुछ सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मांग की है कि ऐसे बयानों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जिससे राज्य में सांप्रदायिक शांति को खतरा न हो। वहीं आरएसएस की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
इस मामले ने कर्नाटक की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को और भी संवेदनशील बना दिया है। अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच और राज्य सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई हैं।