गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा इसी हफ्ते हो सकती है। बताया जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव की मतगणना भी 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ ही हो सकती है। गुजरात विधानसभा चुनाव का अगले एक- दो दिनों में ऐलान हो सकता है। वर्ष 2017 में 25 अक्टूबर को चुनाव का ऐलान हुआ था। आठ दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात चुनावों के भी नतीजे घोषित होंगे। आयोग ने पहले ही दोनों राज्यों के एक साथ मतगणना के संकेत दिए है। गुजरात का विधानसभा चुनाव दो चरणों में हो सकता है। 14 वीं गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी, 2023 को समाप्त होने वाला है। इससे पहले 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा के चुनाव दिसंबर 2017 में हुए थे। पिछली बार 25 नवंबर को ही चुनाव की घोषणा हुई थी।
चुनाव आयोग की तैयारी पूरी
गुजरात चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है और वह जल्द ही इसकी घोषणा कर सकता है। अब ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव की घोषणा किसी भी समय हो सकता है। आयोग की टीमें गुजरात राज्य का दौरा कर, स्थिति और तैयारियों की रिपोर्ट ले चुकी हैं। गुजरात में सभी राजनीतिक दल सक्रिय हैं। भाजपा गुजरात गौरव यात्रा निकाल रही है। इसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित दर्जन भर केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, तमाम मंत्री और राजनेता शामिल हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर भाजपा लड़ेगी चुनाव
देश में कहीं भी चुनाव हो तो भाजपा पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ती है और उनमें जीत भी हासिल करती है, लेकिन गुजरात पीएम मोदी का गृह राज्य है, इसलिए उनके कंधों पर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी यही देखी जा रही है। वैसे गुजरात में भाजपा पिछले 27 वर्षों से सत्ताधारी दल है। इसके बावजूद माना जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने में भाजपा को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। इसके प्रमुख वजह यह है कि भाजपा ने शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, सड़कें, उद्योग जैसे सभी प्रमुख क्षेत्रों में इतना काम किया है कि वह देश के शीर्ष राज्यों में शुमार है। इसके बावजूद भाजपा चुनावों को लेकर किसी प्रकार का कोई कोर कसर नहीं रखाना चाहती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने तथा हर वर्ग में समुदाय के लोगों को पार्टी के कार्यक्रमों से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले विपक्ष बिखरा हुआ नजर आ रहा है। कांग्रेस के ग्रामीण इलाकों में गांव-गांव घर-घर जनसंपर्क अभियान चला रही है। वैसे पिछली बार की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस चुनाव प्रचार में कहीं नहीं दिखाई दे रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में लोगों से बातचीत में ऐसा माना जा रहा है कि चुनावों की घोषणा से पहले ही कांग्रेस चुनाव हार चुकी है। उसके अलावा दूसरी प्रमुख पार्टी आम आदमी पार्टी राज्य में जोर- शोर से चुनाव लड़ रही है।