इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेले गए 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स का रंगारंग कार्यक्रम के साथ समापन हुआ। 11 दिन तक चले इस मेगा इवेंट में 70 से ज्यादा देशों ने हिस्सा लिया। भारत भी इन खेलों में अपने 200 से ज्यादा एथलिट्स के साथ उतरा और शानदार प्रदर्शन करते हुए 61 मेडल जीते। 11वें और आखिरी दिन भारत ने 4 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज़ समेत कुल 6 मेडल जीते। इस तरह पूरे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज़ समेत कुल 61 मेडल के साथ चौथे स्थान पर रहते हुए अपना सफर पूरा किया। तो आइए जानते हैं कैसा रहा 11वें और आखिरी दिन भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन।
सबसे पहले बात बैडमिंटन की जहा भारत ने दिन के तीनों मुकाबलों में गोल्ड मेडल जीता। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने कनाडा की मिशेली ली को महिला सिंगल्स के फाइनल में 21-15 और 21-13 से हराकर भारत को दिन का पहला गोल्ड मेडल दिलाया। इसके बाद पुरूष सिंगल्स के फाइनल में भारत के लक्ष्य सेन ने मलेशिया के त्जे यंग को कड़े मुकाबले में 19-21, 21-9 और 21-16 से हरा कर गोल्ड मेडल जीता। जबकि सात्विक साई राज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने इंग्लैड की हराकर भारत को दिन का तीसरा गोल्ड मेडल दिलाया।
अब बात टेबल टेनिस की जहा भारत के शरत कमल ने पुरूष सिंगल्स के फाइनल में इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड को 11-13, 11-7, 11-2, 11-6 और 11-8 से हराया और भारत के लिए दिन का चौथा गोल्ड मेडल जीता। 40 साल के शरत कमल ने पुरूष सिंगल्स में 16 साल बाद गोल्ड जीता है। इसके साथ ही शरत कमल इस कॉमनवेल्थ गेम्स में 3 गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीत टूर्नामेंट में भारत के सबसे सफल खिलाड़ी भी बने। दूसरी ओर गुणासेकरन साथियान ने पुरूष सिंगल्स मैच में इंग्लैंड के पॉल ड्रिंकहॉल को कड़े मुकाबले में 4-3 से मात देकर ब्रॉन्ज़ मेडल जीता।
आखिर में बात भारतीय हॉकी टीम की जहा पुरुष टीम ने सिल्वर मेडल जीता। फाइनल में भारतीय हॉकी टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 7-0 से हराया। इस हार से टीम इंडिया टूर्नामेंट में गोल्डन फिनिश करने में कामयाब नहीं हो सकी। अब अगला कॉमनवेल्थ गेम्स साल 2026 में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में खेला जायेगा।