CBI का ऑपरेशन चक्र, इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड मामले में 11 राज्यों में 76 जगहों पर छापेमारी
सीबीआई ने अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने 76 जगहों पर छापेमारी की. इसे केंद्रीय एजेंसी ने ‘ऑपरेशन चक्र 2’ नाम दिया है.
साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बुधवार (19 अक्टूबर) को देशव्यापी अभियान ‘ऑपरेशन चक्र 2’ चलाया है.
देशभर के अलग-अलग राज्यों खासकर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, बिहार, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और वेस्ट बंगाल समेत 76 जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान साइबर क्राइम में संलिप्त अपराधियों की धरपकड़ की गई. केंद्रीय जांच एजेंसी ने 5 मामले भी दर्ज किए हैं. यह कार्रवाई अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट की शिकायत पर सीबीआई ने की है.
‘कई बैंक खातों भी किए गए फ्रीज’
सीबीआई के मुताबिक तलाशी के दौरान 32 मोबाइल फोन, 48 लैपटॉप, दो सर्वर की तस्वीरें, 33 सिम कार्ड और पेन ड्राइव जब्त किए हैं. इस दौरान सीबीआई ने कई बैंक खातों को भी फ्रीज किया है.
’15 ईमेल खातों को डंप डिटेल भी जब्त की’
सीबीआई ने 15 ईमेल खातों की डिटेल को भी जब्त किया है. इसमें आरोपियों की उस साजिश का भी पता चला है जिससे वो लोगों को ठगने का काम करते हैं.
आरोपी 5 राज्यों में चला रहे थे ठगी करने वाले 9 कॉल सेंटर
ऑपरेशन चक्र-II के तहत लक्षित मामलों में, इंटरनेशनल टेक स्पोर्ट फ्रॉड स्कैम के दो मामले भी सामने आए हैं. आरोपी 5 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 9 कॉल सेंटरों का संचालन कर रहे थे और टेक्नीकल स्पोर्ट प्रतिनिधियों के रूप में खुद को पेश करके आर्गेनाइज्ड तरीके से विदेशी नागरिकों को शिकार बनाते थे.
‘क्रिप्टो-करंसी धोखाधड़ी ऑपरेशन का भंड़ाफोड़ किया’
इसके अलावा एफआईयू इंडिया की ओर से अहम जानकारी मिलने के बाद ऑपरेशन चक्र-II ने क्रिप्टो-करंसी धोखाधड़ी ऑपरेशन का भंड़ाफोड़ किया है. इस फर्जी क्रिप्टो माइनिंग ऑपरेशन में भोले भाले भारतीय नागरिकों को निशाना बनाया जाता है जिसके चलते करीब 100 करोड़ रुपए को बेहद ही चौंकाने वाला नुकसान लोगों को हुआ. इस तरह की धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सीबीआई सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी.
‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबर क्रिमनल्स को समाप्त करेगी’
ऑपरेशन चक्र- II के दौरान एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन अपराधियों को खत्म करने की व्यापक कार्रवाई की जा रही है. इसको लेकर इंटरनेशनल एजेंसियों के साथ सभी जानकारियों को साझा किया जा रहा है.
‘इन देशों की एजेंसियों को आगे की जानकारी देगी सीबीआई’
सीबीआई अपने अंतरराष्ट्रीय समकक्षों के साथ अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग की भावना के साथ मिलकर काम कर रही है. इसमें अमेरिका का संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई), इंटरपोल के साइबर अपराध निदेशालय और आईएफसीएसीसी, यूनाइटेड किंगडम की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए), सिंगापुर पुलिस फोर्स और जर्मनी की बीकेए प्रमुख रूप से शामिल हैं. इन सभी को इस तरह के फ्रॉड मामले में आगे की अहम जानकारियां आदि साझा की जाएंगी.