कन्हैया को ले भाजपा की रणनीति ,नामांकन की लास्ट डेट तक नहीं करना विरोध
* लास्ट डेट के बाद करेंगे ताबड़तोड़ हमले
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,आज फिर कन्हैया ,हां भाई उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र जहां से कन्हैया कुमार चुनावी मैदान में है दिल्ली क्या पूरे एन.सी.आर. की हॉट सीट जो बन चुकी है | और इसकी चर्चा ना केवल दिल्ली बल्कि बिहार के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत में हो रही है | बिहार में तो इसलिए कि दोनों प्रमुख दलों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की ओर से बिहारी बाबू जो चुनावी जंग में है | समझ गए ना आप मनोज भैया और कन्हैया बाबू | मनोज भैया जहां भोजपुरी सुपर स्टार के नाते चर्चा में रहते हैं तो कन्हैया बाबू अपने ओजस्वी भाषणों के लिए देश भर में चर्चित है | और जब दो-दो महारथी आमने सामने हो तो चर्चा होना भी लाजमी है | कन्हैया अपने विवादित बयानों से भी अच्छी खासी चर्चा में है | विपक्ष तो क्या उनकी अपनी पार्टी के बड़े नेता भी उन्हें निशाने पर ले रहे हैं ऐसे में विपक्षी खेमा उन्हें क्यों बक्शेगा |
कल की घटना आप को याद ही होगी जब दिल्ली कांग्रेस दफ्तर में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं नें उनकी अच्छी खासी क्लास ली | पहली क्लास ही इतनी खतरनाक रही ना तो उसे कन्हैया भूलने वाले और ना ही दिल्ली की जनता | जिन्हें यह मालुम नहीं था कन्हैया कौन है उन तक भी मैसेज पहुंच गया आखिर कन्हैया है कौन जिसका उसकी पार्टी में ही इतना विरोध हो रहा है कि अख़बारों की सुर्खिया बन गया कन्हैया | हमने एक सप्ताह पहले जिक्र किया था कन्हैया का नाम सामने आने पर भाजपा खेमे में लड्डू तक बंट गए थे | और भाजपा के रणनीतिकार यही चाहते हैं कि कन्हैया ही यहाँ से चुनाव लड़े त्ताकी ना केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली बल्कि पूरी दिल्ली में इसे मुद्दा बना सभी सीटों पर लाभ लिया जा सके | भाजपा इसी रणनीति पर काम भी कर रही है लिहाजा पार्टी की रणनीति है नामांकन की आखरी तारीख तक कन्हैया का ज्यादा विरोध नहीं करना ,इसके पीछे रणनीति यह है यदि ज्यादा विरोध हुआ तो कहीं जगदीश टाईटलर की तरह इनकी टिकिट भी नहीं उड़ जाए ,और कोई दूसरा मजबूत चेहरा ना आ जाये | समझ गए ना आप भाजपा की कुशल रणनीति | भाजपा में हमारे सूत्रों का कहना है पार्टी नें कन्हैया के विरोध में पूरा मसाला तैयार कर रखा है लेकिन उसका ईस्तेमाल नामांकन के अंतिम दिन के बाद किया जाएगा और इतने सिस्टम से किया जाएगा जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं होगी | चर्चा तो यहाँ तक है सभी विधानसभा क्षेत्रो में बाकायदा इस तरह के रथ घुमाये जायेगें जिन पर विरोध ही विरोध दिखेगा और पूरी दिल्ली का माहौल बदलने का प्रयास किया जाएगा | आज बस इतना ही ….