भारत जोड़ो पदयात्रा एक समीक्षा का विमोचन किया देवेन्द्र यादव नें डॉ के. एस. भारद्वाज नें लिखी है पुस्तक

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भारत जोड़ो पदयात्रा एक समीक्षा का विमोचन किया देवेन्द्र यादव नें डॉ के. एस. भारद्वाज नें लिखी है पुस्तक

नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़  ) :  प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आज आज मशहूर लेखक व विचारक डॉ के. एस. भारद्वाज द्वारा लिखी गई व अद्विक पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पब्लिश पुस्तक भारत जोड़ो पदयात्रा एक समीक्षा का विमोचन दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने किया। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डॉ.भारद्वाज कई दर्जन पुस्तकें लिख चुके हैं |

विमोचन के मौके पर पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज , कांग्रेस प्रवक्ता कमांडर अनुपमा आर्य  भीष्म शर्मा, सुरेंद्र कुमार, वीर सिंह धींगान, अश्वनी भारद्वाज वरिष्ठ पत्रकार, अरविंद सिंह, डॉ एस पी सिंह,जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद,  आदेश भारद्वाज के साथ प्रकाशक  अशोक गुप्ता, अन्य महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे।

पुस्तक के लेखक डॉ के एस भारद्वाज, देवेंद्र यादव, अनिल भारद्वाज, आदेश भारद्वाज ने पुस्तक और भारत जोड़ो यात्रा पर अपने अपने विचार रखते हुए कहा कि अलग-अलग लोगों ने भारत जोड़ो यात्रा पर अपनी अपनी राय रखी, यात्रा की समीक्षाएं की। लेकिन यात्रा को लेकर अपने विचारों को पुस्तक के रूप में संजोकर पेश करना अपने आप में एक बेहतरीन मिसाल है। किसी भी अवसर को लेकरहमारे सबके अलग विचार होते हैं लेकिन एक लेखक के रूप में इस यात्रा के सकारात्मक पहलू, नकारात्मक पहलुओं के अलावा इसका सामाजिक और सामरिक महत्व समझना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक राहुल गांधी के उन प्रयासों का दस्तावेज है जो इस यात्रा के माध्यम से राहुल गांधी ने सत्ताधारी लोगों के सामने पेश किए। भारतीय राजनीति के पुनर्जागरण में जुटे राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से ना सिर्फ सांप्रदायिकता को चुनौती दी बल्कि इस लोकतंत्र को घृणा, नफरत और तानाशाही से बचाने के सत्याग्रह का आगाज भी किया।

यह पुस्तक उन मिथकों पर भी करारी चोट करती है जो दुष्प्रचार राहुल गांधी के खिलाफ किए गए। कैसे अकेले पड़ते जा रहे नागरिकों से यात्रा के दौरान राहुल गांधी मिलते रहे, उनके दुखों, उनकी परेशानियों, उनके अनुभवों को आत्मसात करते रहे। और डॉ के एस भारद्वाज जी द्वारा लिखी यह पुस्तक सही मायने में हमें यह बताती है कि एक नेता और जनता के सीधे संवाद की महत्वता को इस तरह की यात्रा से ही रेखांकित किया जा सकता था। इस पुस्तक के लिखे जाने तक या भारत जोड़ो यात्रा के दोनों चरण समाप्त हो जाने से यह यात्रा रुकी नहीं है। स्टेशन के कुलियों से मिलना, धान लगाते हुए किसानों के साथ उनके खेत में धान लगाना, कीर्तिनगर के बढ़ईयों से मिलना, रामेश्वर सब्जी वाले से मिलना, रामचेत मोची से मिलना या सुनील टैक्सी वाले से मिलना या जीटीबी नगर लेबर चौक पर रोज  काम की तलाश में खड़े रहने वाले मज़दूरों से मिलना या गोपालपुर गाँव में मकान बनाते हुए राजमिस्त्री के साथ ईटो की चिनाई करना इस यात्रा के लघु रूप हैं जो अनवरत चलते रहेंगे और मुझे उम्मीद है कि डॉक्टर के एस भारद्वाज  की पुस्तकें भी अपनी समीक्षाएं लेकर आती रहेंगी। कार्यक्रम में पूर्व  जोन चेयर मेन ईश्वर बागड़ी, रोहताश  नगर के ब्लाक अध्यक्ष मुकेश पांचाल,वैलकम के ब्लाक अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह लक्की ,पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मांगेराम भारद्वाज,अशोक शर्मा,संजीव किसान ,सुभाष चौहान, अशोक चोपड़ा ,अरुण शर्मा अध्यक्ष वी.आर.चौधरी ,एस.एन.दुबे ,डॉ.रणबीर किरन,रेखा रानी   रामविलास शर्मा,खेमचंद सैनी ,सुरेन्द्र कोच,देवेन्द्र कुमार,बीर सिंह , बलजीत शर्मा,पी .एस.रावत,अंकित प्रधान , मुकेश कुमार ,राम कुमार त्यागी ,काली चरण पवार ,वीर पाल कोहली सहित सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद थे |

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