“नेहरू और अंबेडकर भी दिल्ली की पावर केंद्र के पास चाहते थे…”,अजय माकन
अजय माकन ने कहा कि 2024 के बाद दुनिया खत्म नहीं हो रही और अगर विपक्ष को बीजेपी का मुकाबला करना है तो बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत नेशनल विपक्षी पार्टी खड़ी करनी होगी. वो पार्टी कांग्रेस है.
दिल्ली में ट्रांसफर-पोस्टिंग का मामला केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच खींचतान की वजह बना हुआ है. कुछ दिन पहले ऐसी खबर आ रही थी कि ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) को कांग्रेस का साथ मिला है, लेकिन इस खबर के आने के कुछ घंटे बाद ही कांग्रेस ने एक बयान जारी कर यह साफ कर दिया था कि वो केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ AAP के साथ नहीं हैं. अब ऐसे में सवाल ये भी है कि क्या कांग्रेस को विपक्षी एकता को ध्यान में रखते हुए केंद्र के खिलाफ AAP का समर्थन करना चाहिए या नहीं. लेकिन दिल्ली कांग्रेस के कई नेता इस बात के पक्ष में नहीं है कि कांग्रेस केंद्र के इस अध्यादेश के खिलाफ AAP का साथ दे.इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजम माकन से खास बातचीत की….
“केजरीवाल भरोसे के लायक नहीं”
अजय माकन ने कहा कि केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस को AAP का समर्थन क्यों नहीं देना चाहिए, इसके दो पहलू हैं. राजनैतिक पहलू है कि कांग्रेस समर्थन क्यों दे? AAP ने विधानसभा में एक रेजोल्यूशन पास किया जो राजीव गांधी जी के खिलाफ था. उस रेज़ोल्यूशन में कहा गया था कि राजीव गांधी जी का भारत रत्न वापस ले लेना चाहिए . और इन्होंने ये सब बीजेपी के समर्शन से ये किया. जम्मू कश्मीर के ऊपर जब बीजेपी कानून लेकर आई तो सारी विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही थी, लेकिन ये उनका सपोर्ट कर रहे थे.
“AAP ने कभी हमे सपोर्ट नहीं किया”
उन्होंने कहा कि उस दौरान बीजेपी के समर्थन में ये खड़े रहे. जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ इम्पीचमेंट का हम प्रस्ताव लेकर आए तो ये बीजेपी के साथ चले गए. यही नहीं जिस समय डिप्टी स्पीकर का राज्यसभा में चुनाव हुआ तो इन्होंने विपक्ष के कैंडिडेट का सपोर्ट नहीं किया. उस दौरान भी इन्होंने बीजेपी को फिर सपोर्ट किया. पंजाब में चुनाव हुए तो इनका खुद का कोई एमएलए नहीं थी. कांग्रेस के एमएलए को तोड़ कर इन्होंने वहां कांग्रेस को हराने का काम किया . कौन सा ऐसा स्टेट है, जिसमें ये कांग्रेस नुकसान और बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए कैंडिडेट नहीं खड़ा करते? गोवा और गुजरात में काग्रेस को नुकसान पहुंचाते हैं. हमने कांग्रेस की 40 दिन की सरकार में दिल्ली में समर्थन दिया और इन्होंने हमारे यूनियन मंत्री विरप्पा मोइली के खिलाफ एफआईआर कर दी. तो कैसे इनपर भरोसा करें.
“ये जो पीएम मोदी से मांग रहे हैं उसे तो सरदार पटेल भी मना कर चुके हैं”
माकन ने आगे कहा कि सीएम केजरीवाल ऐसे शोर मचा रहे हैं जैसे इन्ही के साथ इतना बड़ा अन्याय हो गया है. ये ऐसा साबित करने में लगे हैं कि इनसे पहले दूसरे मुख्यमंत्रियों के पास ट्रांसफर पोस्टिंग की पावर थी और सिर्फ इन्हीं से छीन लिया गया है. लोगों को ये पता होना चाहिए कि आज से पहले आजादी से लेकर अब तक ट्रांसफर पोस्टिंग की पावर दिल्ली के सीएम को नहीं दी गई थी. इसका निर्णय अभी नहीं किया गया.
“कांग्रेस को ऐसे व्यक्ति पर भरोसा नहीं करना चाहिए”
आज चार राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, आगे के राज्यों में कांग्रेस की जीतने की स्थिति है. आप ऐसा कैसे कह सकते हैं कि कंग्रेस मजबूत नहीं. अगर अन्य राज्यों में भी कांग्रेस आ जाती है, तो हम 150 क्रास कर जाएंगे. 2024 सिर्फ नहीं बस कांग्रेस को मजबूत होने दो हमारा मानना है कि ऐसा व्यक्ति जिसने बीजेपी के साथ हमेशा हाथ मिलाया, जिसने क्रुशियल इशु पर भाजपा को समर्थन दिया हो, जिसने जस्टिस लोया के मसले पर बीजेपी को समर्थन दिया, राजीव गांधी के भारत रत्न वापस पर बीजेपी का साथ देते हैं, तो ऐसे व्यक्ति पर कैसे भरोसा कर सकते हैं.