डेढ़ साल बाद विपिन शर्मा की वापसी से रोहताश नगर की सियासत में शुरू हुई हलचल
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,नया नौ दिन, पुराना सौ दिन यह कहावत बहुत पुरानी है जी हाँ आप बिलकुल सही समझे ,आज हमारा मन रोहताश नगर के पूर्व विधायक विपिन शर्मा पर लिखने का है | विपिन शर्मा पूरे डेढ़ साल के विराम के बाद एक बार फिर से मैदान में दिखे हैं | इन डेढ़ साल में विपिन शर्मा नें अपना ईलाज कराया ,आराम फरमाया और लगभग पूरी तरह से सियासत से किनारा किये रखा | यां योँ कहिये वो किसी सियासी पचड़े में नहीं पड़े | अब विरासत में मिली सियासत को छोड़ना भी तो किसी के लिए भी आसान नहीं है स्वस्थ होते ही एक बार फिर से पुराने तेवर में नजर आने लगे है | करीब तीन दिन पहले सोशल मीडिया में उनके एक समर्थक नें उनसे भेंट करते हुए एक तस्वीर साझा की जिसे देखकर उनके चाहने वालों में संदेश पहुंच गया कि विपिन शर्मा स्वस्थ हो गए हैं और लोगो से मिलने लगे हैं | फिर क्या था ना केवल रोहताश नगर विधानसभा के बल्कि आसपास की विधानसभाओं के लोग भी उनसे मिलने उनके निवास स्थान पर
पहुंचने लगे | हालंकि हमारे विपिन शर्मा से विभिन्न मुद्दों पर मतभेद रहे हैं लेकिन उनमे कुछ क्वालिटी भी हैं जैसे जो कुछ भी कहना स्पष्ठ कहना कोई छल कपट मन में नहीं रखना और शायद यह हमें भी पसंद है |
यानी उनके कुछ गुण तो हमे भी अच्छे लगते है लिहाजा हमने भी उनसे मिलकर उनके स्वस्थ होने पर शुभकामनाएं दी | हमारे साथ पूर्व ब्लाक अध्यक्ष परमानन्द शर्मा ,मांगेराम भारद्वाज और वर्तमान ब्लाक अध्यक्ष मुकेश पांचाल तथा युवा स्पर्श भारद्वाज भी थे | सभी नें उनकी वापसी का स्वागत किया और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जिनका यहाँ जिक्र करना ठीक नहीं है |
विपिन शर्मा से मुलाकात के बाद यह तो समझ में आया जो लोग इस मुखालते में थे कि विपिन शर्मा अब सक्रिय राजनीती में नहीं लौटेगें उनकी भारी भूल थी | अपने अज्ञातवास के दौरान भले ही वे सियासत से दूर थे लेकिन उनके पास एक -एक खबर थी किस किस नें क्या किया और क्या नहीं किया | उनकी गैरमौजूदगी में उनके कट्टर समर्थकों को किस तरह से नजरंदाज़ किया गया और उनके विरोधियों को किस तरह से जरूरत से ज्यादा महत्व दिया गया | कुल मिलाकर एक जमीनी नेता को यह सब जानकारी होनी भी चाहिए | विपिन शर्मा नें अब एक बार से पुरानी ताकत के साथ सक्रिय होने का मन बना लिया है | रविवार को वे अपने नत्थू कालोनी वाले कार्यालय भी पहुंचे और उसके नवीनीकरण के निर्देश भी अपनी टीम को दे गए | समझ गए ना आप दफ्तर के नवीनीकरण का मतलब लोगो के दुःख सुख में शामिल होने का सिलसिला ,पार्टी की गतिविधियों में भाग लेने की रणनीति के अलावा आगे की योजना बनाना उनका लक्षय रहने रहने वाला है इस सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता |
बरहाल पार्टी से जुड़े अधिकांश कार्य्क्रतों में इस बात को ले उत्साह है लम्बे समय बाद ही सही लेकिन विपिन शर्मा की वापसी उनके लिए एक संजीवनी से कम नहीं रहने वाली | हमारी भी प्रभु से प्रार्थना है उन्हें स्वस्थ रखे ताकि वे कार्यकर्ताओं के बीच सक्रिय रहकर काम कर सकें और स्व.पिता रामबाबू शर्मा के सपनों को पूरा कर सकें | आज बस इतना ही …