भारत में पहली बार एक शहर में दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अदाणी ग्रुप बना रहा नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट
अदाणी ग्रुप द्वारा विकसित किया जा रहा नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) क्षेत्रफल के लिहाज़ से यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.
भारत में हवाई यातायात और हवाई यात्री लगातार बढ़ रहे हैं, और ज़्यादा क्षमता और सुविधाओं वाले एयरपोर्ट बनाने की ज़रूरत लगातार महसूस की जाती रही है. इसी कड़ी में मुंबई अब देश का पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है, जहां एक साथ दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट होंगे. मुंबई में मौजूदा छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) के साथ-साथ अब नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) बनाया जा रहा है, जिसके पूरी तरह ऑपरेशनल हो जाने के बाद उसकी क्षमता प्रतिवर्ष 9.5 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी.
अदाणी ग्रुप द्वारा विकसित किया जा रहा नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) आमरा मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग 4B के बीच स्थित होगा और CSMIA से इसकी दूरी लगभग 35 किलोमीटर होगी. इसके अलावा, दक्षिणी मुंबई के इलाकों गेटवे ऑफ़ इंडिया से NMIA की दूरी 49 किलोमीटर तथा वर्ली से 43 किलोमीटर होगी. मुंबई के अंधेरी इलाके से NMIA 49 किलोमीटर दूर होगा, और मीरा रोड इलाके से इसकी दूरी 56 किलोमीटर होगी. नवी मुंबई एयरपोर्ट ठाणे से 46 किलोमीटर दूर होगा और कल्याण से इसकी दूरी 35 किलोमीटर होगी. महाराष्ट्र के अन्य बड़े शहरों में पुणे से यह एयरपोर्ट 115 किलोमीटर तथा रत्नागिरी (कोंकण) से 296 किलोमीटर दूर होगा. इसके अतिरिक्त NMIA नासिक से 170 किलोमीटर दूर होगा. बताया गया है कि दिसंबर, 2023 में समुद्र पर बने रहे मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक के शुरू हो जाने के बाद दक्षिण मुंबई से NMIA तक सिर्फ 22 मिनट में पहुंचा जा सकेगा.
डिज़ाइन राष्ट्रीय फूल ‘कमल’ से प्रेरित
दुनियाभर के सर्वाधिक ऊर्जा-कुशल हवाई अड्डों में से एक NMIA के टर्मिनलों का डिज़ाइन भारत के राष्ट्रीय फूल ‘कमल’ से प्रेरित होगा. इसके अलावा, NMIA हरित बिजली का उपयोग करेगा, जिसका बड़ा हिस्सा साइट पर ही पैदा की जाने वाली सौर ऊर्जा होगी. NMIA की एक विशेषता 3 डेडिकेटेड एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) सप्लाई लाइनें होंगी, और NMIA के यात्री टर्मिनल – T1 की इमारत को LEED गोल्ड मानकों के आधार पर डिज़ाइन किया जा रहा है.
2032 तक चरणों में होगा विस्तार
अदाणी ग्रुप एयरपोर्ट का विस्तार चरणों में करेगा और अंततः एयरपोर्ट की क्षमता को वर्ष 2032 तक प्रतिवर्ष 9-9.5 करोड़ यात्री तथा 25 लाख टन कार्गो ले जाने योग्य बना देगा. NMIA में 2 रनवे होंगे, जिनकी लम्बाई 3.7 किलोमीटर होगी, और चौड़ाई 60 मीटर होगी. बताया गया है कि दिसंबर, 2024 तक NMIA का दक्षिणी रनवे तथा टर्मिनल 1 (T1) ऑपरेशनल हो जाएगा, और मार्च, 2025 में उत्तरी रनवे तथा टर्मिनल 2 (T2) का निर्माण शुरू हो जाएगा, जिसकी डेडलाइन 2028 रखी गई है. वर्ष 2025 से 2028 के दौरान ही T1 और T2 के बीच ऑटोमेटेड पीपल मूवर (APM) पर भी काम शुरू हो जाएगा, तथा टर्मिनल 3 (T3) के लिए साइट पर तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी. इसी अवधि में प्रस्तावित टर्मिनल 4 (T4) को जोड़ने के लिए अंडरग्राउंड ऑटोमेटेड पीपल मूवर (APM) लाइन भी डाल दी जाएगी. T3 पर निर्माण कार्य मार्च, 2029 में शुरू होगा, और T4 सहित सभी चरणों के निर्माण कार्यों के पूरा हो जाने के लिए वर्ष 2032 की डेडलाइन रखी गई है.