एक झूठ को सौ बार दोहरा कर सच साबित करना चाहते हैं केजरीवाल : विनोद जायस
-हर्ष भारद्वाज –
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम झूठ बोलने में माहिर है | और ये लोग एक ही झूठ को बार-बार दोहराते हैं ताकि लोग इनके झांसे में आते रहे और उनकी बात को सच समझते रहे | यह कहना है भारतीय जनता पार्टी उत्तर पूर्वी जिले के उपाध्यक्ष ठाकुर विनोद जायस का | विनोद जायस कहते हैं भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में जेल से सशर्त जमानत पर बाहर आये केजरीवाल को जरा भी शर्म नहीं आती आज़ाद भारत में एक भी मंत्री या मुख्यमंत्री को इतनी गंभीर शर्तों पर जमानत नहीं दी गई है |
यानी आप अपने दफ्तर नहीं जा सकते ,किसी भी फाई पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते | यानी न्यायालय को आपकी कार्यशैली पर तनिक भी भरोसा नहीं है | इन्ही शर्तों की विवशता के चलते उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा | यदि नैतिकता की बात ही होती तो जिस दिन केजरीवाल जेल जा रहे तो अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री की तरह उन्हें भी पद छोड़ देना चाहिए था | लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया |
विनोद जायस कहते हैं अब जबकि स्पष्ठ हो चुका है भ्रस्टाचार में पूरी पार्टी आकंठ डूबी हुई है उसके बावजूद पूरी पार्टी अपने नेता को ईमानदार साबित करने में जुटी है और जनता दरबार में जाने की दुहाई दी रही है और कहा जा रहा है जब जनता क्लीन चिट देगी तभी अरविन्द केजरीवाल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेगें | आतिशी भी नोटंकी कर रही है लेकिन इन्हें मालूम होना चाहिये सुप्रीम कोर्ट की शर्तें मात्र विधानसभा चुनावों तक ही नहीं है अपितु चल रहे मामले की समाप्ति तक है | इसके लिए इन्हें फिर से न्यायालय की शरण में जाना पड़ेगा | जान बूझ कर लोगो को गुमराह करने और अरविन्द केजरीवाल के नाम पर लोगो से सहानुभूति दिखाकर वोट लेने का हथकंडा है यह सब |
विनोद जायस कहते है दिल्ली की जनता अब इस पार्टी की असलियत पहचान चुकी है जनता अब इनके झांसें में नहीं आने वाली | विनोद जायस कहते हैं आन्दोलन की आड़ में बनी पार्टी अपनी स्थापना से ही छल कपट की राजनीती में शामिल रही हैअन्ना हजारे से ले पार्टी के कई बड़े नेताओं से किनारा करने वाली यह पार्टी अपनी बनाई नीतियों से ही पल्ला झाड़ लेती है |
विनोद जायस ने कहा कि मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद अरविन्द केजरीवाल को औपचाकिताओं को पूरा करना होगा, इसको भी आम आदमी पार्टी इवेंट बनाकर आगामी विधानसभा चुनावों में राजनीति लाभ उठाने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री पद छोड़ने का फैसला उनका निजी था, तो शीश महल छोड़कर कहां रहेंगे यह भी उनका निजी मामला है, इसमें आम आदमी पार्टी के सभी नेता अपने विचार रखकर क्या केजरीवाल के प्रति सहानूभूति दिखाना चाहते है, या जनता के बीच केजरीवाल की छवि सुधारना चाहते है, कि वो आम आदमी बनकर जनता के बीच रहेंगे।
विनोद जायस ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद छोड़ने, शीशमहल छोड़ने, सुरक्षा छोड़ने का यह मतलब नही है कि 10 वर्षों में उनके नेतृत्व में किए गए भ्रष्टाचार और सरकारी विभागों के घोटालों से उनकी जिम्मेदारी छूट जाऐगी। शराब घोटाले की जांच चल रही है और जमानत मिलने वाली शर्तें आज भी लागू हैं, यदि उनके खिलाफ सबूत पेश हुए तो कोर्ट उन्हें फिर से हिरासत में लेने के आदेश कर सकता है।