कृष्णा नगर विधानसभा डॉ.हर्षवर्धन और वीरेन्द्र सचदेवा की जंग के बीच बाकी दावेदार हुए खामोश
* एक दर्जन दावेदार तलाशने लगे विकल्प
-अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,राजधानी दिल्ली में भले ही विधानसभा चुनावों की घोषणा नहीं हुई है लेकिन भाजपा हो या आम आदमी पार्टी अथवा कांग्रेस तीनों ही दलों नें चुनावी रणनीति बनानी शुरू कर दी है और दावेदारों नें भी अपनी बिसात बिछाना शुरू कर दी है | जातीय समीकरण साधने के साथ-साथ दावेदार पार्टी में भी मजबूती से अपने दावे पेश करने लगे हैं | आज हम पूर्वी दिल्ली की सबसे हॉट सीट बनने जा रही कृष्णा नगर की चर्चा करने जा रहे है | हॉट सीट इसे हमने इसलिए कहा पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.हर्षवर्धन इस क्षेत्र में किसी स्टार से कम नहीं हैं और कृष्णानगर उनकी कर्मभूमि रही है विधानसभा के लगातार पांच चुनाव उन्होंने यहाँ से जीते है |
लोकसभा चुनाव भले ही उन्होंने चांदनी चौक से लड़े लेकिन उनका दिल कृष्णा नगर से अलग कभी नहीं हुआ | लिहाजा हमारी नजर में तो उनका चुनाव लड़ना यहाँ से तय है | प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा भी मजबूती से इस सीट की ओर निहार रहे हैं हालांकि उनकी सीट पड़पड़ गंज पडती है लेकिन मनीष सिसोदिया के सामने लड़ने से वे बचना चाहते है | यदि पिछले कुछ महीनों की उनकी गतिविधयों पर नजर डालें तो उन्होंने कृष्णा नगर को ही अपनी और प्रदेश भाजपा की गतिविधियों का केंद्र बना रखा है |
रक्षाबन्धन का कार्यक्रम रहा हो या आज़ादी पर्व अथवा मोदी जी के मन की बात के कार्यक्रम में भागीदारी और तजा ताजा जोन चेयर मेन के लिए अपने विश्वस्त पार्षद संदीप कपूर की नामजदगी | ऐसे में दावेदारी के हिसाब से हो गई ना हॉट सीट | हमारा मानना है यह कसरत अपनी जगह है लेकिन चुनाव तो डॉ.हर्षवर्धन ही लड़ेगें | जहां तक अन्य दावेदारों का सवाल है पूर्व में चुनाव लड़े डॉ.अनिल गोयल , पूर्व मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल के साथ साथ प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु मित्तल विश्वास नगर के साथ-साथ यहाँ भी नजरे लगायें हैं | इनके अलावा भी कुछ दावेदार है लेकिन उनकी चर्चा शायद यहाँ करना उचित नहीं | और इन नामों के बीच किसी अन्य को गलतफहमी भी नहीं पालनी चाहिए हालांकि उनमें से कुछ हमारे मित्र भी हैं | आज बस इतना ही ….