भैया दूज के दिन बहन के हाथ से बना भोजन खाना चाहिए : पं अशोक दीक्षित
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : भाई दूज के दिन भाई, बहन के घर का ही खाना खाए। ऐसा करने से भाई की आयु वृद्धि होती है। पहला कौर बहेन के हाथ सेखाएं। धर्माचार्य पं.अशोक दीक्षित बताते हैं स्कंद पुराण के अनुसार इस दिन जो बहन के हाथ से भोजन करता है, वह धन एवं उत्तम सम्पदा को प्राप्त होता है।
अगर बहेन न हो तो मुँहबोली बहन या मौसी/मामा की पुत्री को बहन मान ले। अगर वह भी न हो तो किसी गाय अथवा नदी को ही बहन बना ले और उसके पास भोजन करे। कहने का आश्रय यह है की यम द्वितीया को कभी भी अपने घर भोजन न करे। पं.अशोक दीक्षित कहते हैं आज के दिन बहन अपने भाई की 3 बार आरती जरूर उतारे।
आज के दिन बहन भाई को तथा भाई बहन को कोई न कोई उपहार जरूर दे स्कंदपुराण के अनुसार विशेषतः वस्त्र तथा आभूषण। आज के दिन भाई बहन
का यमुना जी में नहाना भी बहुत शुभ है। कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना जी में स्नान करने वाला पुरुष यमलोक का दर्शन नहीं करता।
कार्तिक शुक्ल द्वितीया को पूर्वकाल में यमुना जी ने यमराज को अपने घर भोजन कराया था, इसलिए यह ‘यमद्वितीया’ कहलाती है। इसमें बहन के घर भोजन
करना पुष्टिवर्धक बताया गया है। अतः बहन को उस दिन वस्त्र और आभूषण देने चाहिए। उस तिथि को जो बहन के हाथ से इस लोक में भोजन करता है, वह सर्वोत्तम रत्न, धन और धान्य पाता है ।