केरल के मुख्यमंत्री का कहना है कि नव-उदारवादी नीतियां कृषि क्षेत्र में संकट का कारण बनती हैं
उन्होंने कहा, तमाम कठिनाइयों के बावजूद, राज्य में एलडीएफ सरकार कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए विविध उपाय अपना रही है
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार को कहा कि कृषि क्षेत्र और कृषक समुदाय कठिन समय से गुजर रहे हैं और संकट के लिए देश में लागू की जा रही नव-उदारवादी नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, तमाम कठिनाइयों के बावजूद, राज्य में एलडीएफ सरकार कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए विविध उपाय अपना रही है।
उन्होंने आज मलयालम नव वर्ष चिंगम के अवसर पर अपने फेसबुक पेज पर लिखा, जिसे केरल के लोग शुभ मानते हैं, इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए और हस्तक्षेप करने के प्रयास किए जाने चाहिए। मलयालम कैलेंडर के ‘चिंगम 1’ को दक्षिणी राज्य में किसानों द्वारा समाज को प्रदान की गई सेवाओं को मान्यता देने के लिए किसान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि मलयालम महीने की शुरुआत राज्य की समृद्ध कृषि विरासत और विरासत को याद करने का एक अवसर है। मुख्यमंत्री ने कृषि क्षेत्र की समृद्धि के लिए बदलते समय के अनुरूप नई परियोजनाएं विकसित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा, हमारा कृषि क्षेत्र और कृषक समुदाय गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। विजयन ने आगे कहा, “नव-उदारवादी नीतियों के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जो कृषक समुदाय को दुख में धकेल रहे हैं।” उन्होंने कहा, ‘किसान दिवस’ हमें इन संघर्षों में शामिल होने की जरूरत भी याद दिलाता है।