झारखंड के चाईबासा में सुरक्षा बलों ने आठ शक्तिशाली आईईडी बरामद किए हैं। टोंटो पुलिस थाना क्षेत्र में पुलिस, सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर की साझा कार्रवाई से नागरिकों व सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की नक्सलियों की बड़ी साजिश विफल कर दी गई।चाईबासा के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि प्रत्येक आईईडी बम करीब 2-2 किलो का था। इन्हें नक्सलियों ने पुलिस टीम व नागरिकों को निशाना बनाने के इरादे से फिट किया था। आठों आईईडी बमों को मौके पर ही निष्क्रिय या नष्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी थी कि नक्सली सुरक्षा बलों व आम लोगों को नुकसान पहुंचाने की बड़ी साजिश रच रहे हैं। ये बम सीपीआई माओवादी के नक्सलियों ने तैयार किए थे।चाईबासा पुलिस कोबरा 209 बटालियन, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की 174वीं बटालियन ने साझा तलाशी अभियान चलाया था। जवानों ने जंगल से बम बरामद किए और सावधानीपूर्वक उन्हें डिफ्यूज कर दिया। इस प्रकार एक बड़ी नक्सली साजिश नाकाम हो गई। इससे पहले भी सुरक्षाबल के जवानों ने झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ से भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया था।
गौरतलब है कि झारखंड में झारखंड पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम नक्सल प्रभावित जिलों में लगातार अभियान चला रही है। ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत नक्सलियों के ठिकानों को ढूंढ़कर ध्वस्त किया जा रहा है। नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रवैया अख्तियार किया गया है। यही नहीं! नक्सलियों को संघर्ष का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में वापस आने का मौका भी दिया जा रहा है। कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है। बूढ़ा पहाड़ को तकरीबन नक्सलमुक्त कर लिया गया है।