दुमका के जरुवाडीह में पेट्रोल से जला दी गई 16 साल की छात्रा अंकिता देर रात जिंदगी की जंग हार गई। बीते चार दिन से रिम्स में जिंदगी के लिए जूझ रही अंकिता ने दम तोड़ दिया। अंकिता की मौत की सूचना जैसे ही दुमका पहुंची, लोग आक्रोशित हो उठे। घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे। लोग दुकान बंद कराने लगे। इससे इलाके में तनाव है। एहतियातन पूरे शहर में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। शहर में धारा 144 लागू है। मामला एकतरफा प्यार का है। दुमका के नगर थाना क्षेत्र के जरूवाडीह मोहल्ले के रहने वाले शाहरुख ने अंकिता पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। अंकिता की गलती इतनी थी कि उसने फोन पर बात करने से इनकार कर दिया। बुरी तरह झुलस चुकी अंकिता को दुमका मेडिकल कॉलेज के बाद रांची रिम्स रेफर कर दिया गया था। ये घटना 23 अगस्त की सुबह की है। सुबह के चार बजे अंकिता के अपने घर पर सो रही थी। उस समय उसके घर पर दादा-दादी, उसके पिता और उसका छोटा भाई मौजूद था। अंकिता जब उठी तो वो आग से घिर चुकी थी। उसके कमरे आग लगी थी। उसने किसी तरह से कमरा खोला और बाहर निकली। आंगन में रखे पानी को अपने उपर डाल दी। लेकिन तब तक अंकिता बुरी तरह से जल चुकी थी। चीख-पुकार सुनकर दादा-दादी और पिता जग गए। कम्बल लपेटकर आग बुझाया और बुरी तरह जली अंकित को दुमका मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया। पुलिस ने आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जब उसे ले जा रही थी, तब उसके माथे जरा भी पछतावा नहीं था। उल्टा वह अकड़ दिखा रहा था। इसका वीडियो भी सामने आया है। मामले में शामिल एक अन्य आरोपी छोटू खान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।