प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में यूक्रेन से भारत लौटे छात्रों के साथ बातचीत की. इन छात्रों ने उनसे अपने अनुभव साझा किए. छात्र वाराणसी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से भी थे. भारत लगातार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट कर वतन वापस ला रहा है. एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं और यूक्रेन में फंसे शेष छात्रों को निकालने की सुविधा के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत प्लाइट्स बढ़ाई गई हैं. भारत, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया, और पोलैंड जैसे यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसी देशों के रास्ते विशेष विमानों के जरिए अपने नागरिकों को निकाल रहा है क्योंकि 24 फरवरी को हुए रूसी सैन्य हमले के बाद से यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद है विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा था कि लगभग 8,000 भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं. चार केंद्रीय मंत्री भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसी देशों में गए हुए हैं।