पुणे में कल पीएम मोदी के साथ मंच साझा करेंगे शरद पवार? सामने आई ये बड़ी जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (1 अगस्त) को पुणे का दौरा करेंगे. इस दौरान वह विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इसके साथ ही उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित भी किया जाएगा. पुणे पहुंचने के बाद मोदी दगडूशेठ मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे.
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री को सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. लोकमान्य तिलक की विरासत का सम्मान करने के लिए 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की तरफ से इस पुरस्कार की शुरुआत की गई थी.
पत्र सूचना कार्यालय के बयान के मुताबिक, यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए काम किया है. इसके अलावा जिनके योगदान को उल्लेखनीय और असाधारण कार्य के तौर पर देखा जा सकता है. यह पुरस्कार हर साल एक अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि पर दिया जाता है.
शरद पवार को मुख्य अतिथि के रूप में किया गया है आमंत्रित
आयोजकों ने पहले बताया था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार को समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. ट्रस्ट के उपाध्यक्ष रोहित तिलक ने सोमवार को पुष्टि की कि पवार पुरस्कार समारोह में भाग लेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं है. पवार मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लेंगे. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस और न्यासी सुशील कुमार शिंदे भी कार्यक्रम में भाग लेंगे.’’
प्रधानमंत्री मोदी सम्मानित होने वाले होंगे 41वें व्यक्ति
रोहित तिलक ने कहा कि उनका संगठन गैर-राजनीतिक है और पुरस्कार सभी वर्गों के लोगों को दिया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले 41वें व्यक्ति होंगे. इससे पहले यह पुरस्कार पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा और प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह, मशहूर व्यवसायी एन आर नारायणमूर्ति तथा ‘मेट्रो मैन’ ई श्रीधरन को प्रदान किया जा चुका है.
मेट्रो ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उनका उद्घाटन करेंगे. बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के उन खंडों पर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, जहां काम पूर्ण हो चुके हैं. ये खंड फुगेवाड़ी स्टेशन से सिविल कोर्ट स्टेशन और गरवारे कॉलेज स्टेशन से रूबी हॉल क्लीनिक स्टेशन तक हैं. प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला भी रखी थी.
नये खंड पुणे शहर के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट, पुणे नगर निगम कार्यालय, पुणे आरटीओ और पुणे रेलवे स्टेशन को जोड़ेंगे. बयान के अनुसार, इन खंडों का उद्घाटन देशभर में नागरिकों को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल शहरी परिवहन प्रणाली प्रदान करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस दौरान मोदी पिंपरी चिंचवड नगर निगम (पीसीएमसी) के तहत अपशिष्ट का उपयोग करने वाले ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन करेंगे. लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह संयंत्र बिजली का उत्पादन करने के लिए सालाना लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन कचरे का उपयोग करेगा.
6,400 से अधिक घरों की रखेंगे आधारशिला
प्रधानमंत्री इस अवसर पर पीसीएमसी के प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत निर्मित 1,280 से अधिक मकान लाभार्थियों को सौंपेंगे. वह पुणे नगर निगम के पीएमएवाई के तहत निर्मित 2,650 से अधिक घर भी प्रदान करेंगे. इसके अलावा, प्रधानमंत्री पीसीएमसी के पीएमएवाई के तहत निर्मित किए जाने वाले लगभग 1,190 घरों और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण से निर्मित 6,400 से अधिक घरों की आधारशिला भी रखेंगे.
इस बीच, विपक्षी दल कांग्रेस की युवा इकाई ने मणिपुर में अशांति के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए पुणे शहर के कुछ हिस्सों में ‘मोदी वापस जाओ’ के पोस्टर लगाए हैं. पुलिस उपायुक्त (द्वितीय जोन) संदीप सिंह गिल ने कहा कि वह इन अवैध पोस्टरों को हटाने के लिए पुणे महानगरपालिका के संपर्क में हैं. विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के सदस्य मंगलवार (1 अगस्त) को प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के खिलाफ प्रदर्शन करने की भी योजना बना रहे हैं.विपक्षी गठबंधन के सदस्यों ने एक विज्ञप्ति में कहा कि प्रधानमंत्री के पास विदेश जाने का वक्त है, लेकिन मणिपुर का दौरा करने का समय नहीं है. मणिपुर मई की शुरुआत से ही जातीय हिंसा का सामना कर रहा है.