First Death In Suicide Pod : स्विट्जरलैंड में एक महिला की मौत ने दुनियाभर को हिलाकर रख दिया है. ये पूरा मामला इच्छामृत्यु का बताया जा रहा है. जहां पर एक 64 वर्षीय अमेरिकी महिला ने विवादास्पद ‘सरको’ कैप्सूल का यूज करके अपनी जान दे दी. इस खबर ने स्विट्जरलैंड से लेकर अमेरिका तक सभी को हिला कर रख दिया है. मामला इस कदर गर्मा गया है कि स्विट्जरलैंड की सरकार हरकत में आ गई है. इच्छामृत्यु के इस मामलें में अब लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. दरअसल भारत समेत कई देशों में इच्छामृत्यु गैर-कानूनी है. लेकिन स्विट्जरलैंड में सहायता से मरने पर किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं हैं.
आत्महत्या के लिए उकसाने वालों पर होगी कार्यवाही
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आत्महत्या के लिए उकसाने और मदद करने के संदेह में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया और अब उन सभी पर आपराधिक कार्यवाही की जाएगी. इसके अलावा स्विट्जरलैंड की आंतरिक मंत्री एलिजाबेथ बॉम-श्नाइडर ने देश की संसद में मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि सरको आत्मघाती कैप्सूल दो मामलों में कानूनी रूप से अनुपालन नहीं करता है. इसके अलावा ये सुरक्षा कानून की आवश्यकताओं को पूरा नहीं करता है.
पुलिस रिपोर्ट् के मुताबिक यह घटना सोमवार की है. स्विट्जरलैंड और जर्मनी की सीमा के पास जंगल में खास बक्से का इस्तेमाल कर इस घटना को अंजाम दिया गया है.
क्या है ‘सरको’ कैप्सूल या हाइपोक्सिया मौत
इस कैप्सूल सी दिखने वाली मशीन को कोई सरको कैप्सूल कहता है, कोई हाइपोक्सिया मौत तो कोई सुसाइड पॉड बुलाता हैं. ये कैप्सूल सबसे पहले 2019 में पहली बार सामने आई. इस मशीन को लेकर बताया गया कि ये एक पोर्टेबल, मानव आकार का पॉड है जो इसके अंदर ऑक्सीजन को नाइट्रोजन से बदल देता है, जिससे हाइपोक्सिया से मृत्यु हो जाती है. इस मशीन के अंदर एक बटन दिया हुआ है जिससे ये कैप्सूल संचालित होता है. जिस अमेरिकी महिला की मौत से ये मामला सामने आया है, उसमें इसी कैप्सूल का इस्तेमाल किया गया था.