चक्रवात Biparjoy के चलते दिल्ली में बदला मौसम, IMD ने बारिश और आंधी का जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि अगले कुछ घंटों में दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज, मालवीयनगर, कालकाजी, तुगलकाबाद, छत्तरपुर, इग्नू, डेरामंडी समेत एनसीआर के कई अन्य इलाकों में बारिश हो सकती है.
चक्रवात बिपारजॉय का असर धीरे-धीरे गुजरात के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी दिखने लगा है. चक्रवात बिपारजॉय की वजह से शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाएं चली और कई इलाकों में बारिश भी हुई. शुक्रवार को हुई इस बारिश की वजह से दिल्ली और आसपास के इलाकों में पड़ रही झुलसा देने वाली गर्मी से लोगों को राहत मिली है. वहीं, मौसम विभाग ने शुक्रवार को देर शाम तक दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में बारिश और तेज आंधी चलने का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग का कहना है कि राजधानी के कई इलाकों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है.
कई इलाकों के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि अगले कुछ घंटों में दक्षिण दिल्ली (वसंत कुंज, मालवीयनगर, कालकाजी, तुगलकाबाद, छत्तरपुर, इग्नू, डेरामंडी), एनसीआर, दक्षिण दिल्ली (वसंत कुंज, मालवीयनगर, कालकाजी, तुगलकाबाद, छत्तरपुर, इग्नू, डेरामंडी), एनसीआर ( नोएडा, दादरी, ग्रेटर नोएडा)में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है.IMD ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आज न्यूनतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
चक्रवात से गुजरात में 23 घायल
बता दें कि गुजरात में लैंडफॉल के बाद चक्रवात बिपरजॉय के कारण कोई मौत नहीं हुई है. एनडीआरएफ (NDRF) ने इसकी जानकारी दी है. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि लैंडफॉल से पहले 2 लोगों की मृत्यु हुई थी. लैंडफॉल के बाद कोई जनहानि नहीं हुई. 24 जानवरों की मृत्यु हुई है और 23 लोग घायल हुए हैं. करीब हजार गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है. 800 पेड़ गिरे हैं. राजकोट के अलावा कहीं और भारी बारिश नहीं हो रही है.
“चक्रवात कमजोर पड़ा है”
डीजी ने कहा कि चक्रवात थोड़ा कमजोर पड़ा है. बिपरजॉय के लैंडफॉल से पहले दुर्भाग्य से दो लोगों की मौत हुई है. 1000 गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है. हमारा फोकस जीवन को जल्द से जल्द सामान्य करने की ओर है. उन्होंने कहा कि तूफान जैसे-जैसे कमजोर और गहरे दबाव में परिवर्तित हो रहा है, तो इससे दक्षिण राजस्थान में बारिश होने की संभावना है.