सिसोदिया और जैन पर दर्ज मामले नें खोली एक बार फिर से आप पार्टी की पोल : गुरमीत सिंह सूरा
* 2 हजार करोड़ का घपला आया सामने
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार शाखा द्वारा दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तथा मंत्री सतेन्द्र जैन के खिलाफ दिल्ली के स्कूलों में बनाये गए क्लास रूम में घोटाला किये जाने का मामला दर्ज होने से साफ़ हो गया है कि आम आदमी पार्टी की सरकार नें हर काम में घोटाला किया है | यह कहना है भारतीय जनता पार्टी शाहदरा जिले के वरिष्ठ नेता तथा पश्चमी जिले के पूर्व सह-प्रभारी गुरमीत सिंह सूरा का |
गुरमीत सिंह सूरा कहते हैं खुद को कट्टर ईमानदार बताने वाले अरविन्द केजरीवाल और उनके ज्यादातर सहयोगी भ्रस्टाचार के मामलों मेंशामिल रहे है और कई मामलों में जेल से जमानत पर है | गुरमीत सिंह कहते हैं यदि सभी मामलों की जांच की जाए तो और भी ना जाने कितने घोटाले सामने आएगें | उन्होंने कहा इस प्रकरण नें आप नेताओं की कट्टर ईमानदारी की पोल एक बार फिर से खोल दी है |
गुरमीत सिंह सूरा कहते हैं दिल्ली में आप नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ करप्शन का मामला दर्ज किया गया है। करप्शन का यह मामला क्लासरूम और स्कूल बिल्डिंग के निर्माण से जुड़ा है। एंटी करप्शन ब्रांच की जांच में पता चला है कि आप के कार्यकाल के दौरान 12,हजार 748 क्लास रूम के निर्माण में 2 हजार करोड़ रुपए का भारी घोटाला हुआ था। क्लासरूम के निर्माण की लागत बढ़ाकर दर्शाई गई थी। इसके अलावा निर्धारित अवधि के भीतर एक भी काम पूरा नहीं हुआ था। निर्माण कार्य के लिए कंसलटेंट और आर्किटेक्ट की नियुक्ति भी मनमाने ढंग से की गई थी। इन्हीं के जरिए निर्माण की लागत बढ़ाई गई। शाखा ने इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 17-ए के तहत अनुमति मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की है।
गुरमीत सिंह कहते हैं रिपोर्ट में कहा गया है कि एक क्लासरूम का निर्माण 5 लाख रुपए में हो सकता था, लेकिन यह लागत 24.86 लाख रुपए प्रति क्लास तक
पहुंचा दी गई। यह भी कहा गया है कि निर्माण की लागत 2292 रुपए प्रति वर्ग फीट तक दर्शाई गई, जो कि पक्के स्कूल भवनों की लागत 2044 से 2416
प्रति वर्ग फीट के लगभग बराबर है। आप नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत भाजपा प्रवक्ता हरीश खुराना, विधायक कपिल मिश्रा और नीलकंठ बक्शी ने दर्ज कराई थी।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी 2019 में जोन 23, 24 और 28 के सरकारी स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाओं के निर्माण में करप्शन का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। बीजेपी सांसद ने अपनी शिकायत में कहा था कि सरकार ने एक क्लासरूम में 28 लाख रुपए खर्च किए, जबकि एक क्लासरूम के निर्माण में 5 लाख रुपए ही लगते हैं। बिना टेंडर कैसे बढ़ी लागत इस मामले में बिना नए टेंडर के कुल 326.25 करोड़ की लागत बढ़ाई गई, जिनमें 205.45 करोड़ सिर्फ ‘रिचर स्पेसिफिकेशन’ के कारण खर्च हुए। इस मामले में शाखा ने व्यापक जांच शुरू कर दी है, जिससे पूरे घोटाले की सच्चाई सामने लाकर दोषियों की भूमिका तय की जा सके।