Tanya Tyagi Death: कनाडा में दिल्ली की छात्रा तान्या त्यागी की संदिग्ध मौत, कारण पर रहस्य कायम
दिल्ली की रहने वाली और उच्च शिक्षा के लिए कनाडा गई छात्रा तान्या त्यागी की अचानक और रहस्यमयी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 17 जून 2025 को कनाडा में संदिग्ध परिस्थितियों में तान्या की मृत्यु हो गई, जिसकी जानकारी वैंकूवर स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने दी है। तान्या कैलगरी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही थी और कनाडा में बतौर इंटरनेशनल स्टूडेंट रह रही थी। उसकी मौत की पुष्टि तो हो चुकी है, लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि उसकी जान कैसे गई।
तान्या की मृत्यु की खबर सामने आते ही उसका परिवार और दिल्ली के विजय पार्क इलाके में रहने वाले परिजन सदमे में हैं। तान्या की उम्र लगभग 22 साल बताई जा रही है और वह ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष की छात्रा थी। उसकी मौत को लेकर कनाडा के स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग जांच में जुटे हुए हैं, लेकिन फिलहाल आधिकारिक रूप से किसी कारण की पुष्टि नहीं हुई है।
भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे लगातार कनाडा के अधिकारियों से संपर्क में हैं और तान्या के परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी। दूतावास ने अपने बयान में कहा, “हम तान्या की अचानक मौत से बेहद दुखी हैं। परिवार और दोस्तों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि छात्रा के पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने की प्रक्रिया जल्द पूरी हो।”
इस बीच, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि तान्या की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। पोस्ट में उसके घर का पता (559/11D, लेन नंबर 12, विजय पार्क) और तिथि (17 जून) का उल्लेख किया गया है। पोस्ट में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को टैग करते हुए परिवार द्वारा पीएम मोदी से मदद की अपील की गई है कि उनकी बेटी का पार्थिव शरीर जल्द भारत लाया जाए। हालांकि यह पोस्ट आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है और अभी तक कनाडा या भारत सरकार की ओर से इस दावे पर मुहर नहीं लगी है।
तान्या त्यागी की मौत से एक बार फिर यह सवाल उठने लगे हैं कि विदेशों में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा कितनी सुनिश्चित है? विदेशों में भारतीय छात्रों की अचानक मौत या गायब होने की घटनाएं अब सामान्य होती जा रही हैं। इससे पहले मार्च 2025 में वर्जीनिया की निवासी और पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी की छात्रा सुदीक्षा कोणंकी की भी डोमिनिकन गणराज्य में छुट्टियों के दौरान रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। सुदीक्षा आखिरी बार समुद्र तट पर देखी गई थी और फिर वह लापता हो गई थी, जिसके बाद उसका कोई पता नहीं चला।
तान्या का मामला भी कुछ ऐसा ही बनता जा रहा है, जहां न तो मौत के कारण की पुष्टि हुई है, न ही यह पता चला है कि उस वक्त वह किसके साथ थी, किस स्थिति में थी, और उसकी मौत की खबर कैसे मिली। तान्या के साथ क्या हुआ, यह फिलहाल रहस्य बना हुआ है। स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में विस्तृत रिपोर्ट सामने आएगी।
तान्या त्यागी की मृत्यु ने न केवल उसके परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है, बल्कि भारतीय छात्रों और उनके परिजनों के मन में चिंता की एक लहर दौड़ा दी है। विदेश में पढ़ाई करने के लिए भेजे गए बच्चों की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, और विदेशों में उनकी निगरानी व्यवस्था अब सवालों के घेरे में हैं।