सिसोदिया की जमानत नामंजूर का मतलब दाल में काला ही काला : मुकेश बंसल
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत नहीं देने पर कहा इससे साबित होता है दाल में कुछ नहीं बल्कि सब काला ही काला है | यह कहना है कर्दम पुरी से भाजपा पार्षद मुकेश बंसल का | मुकेश बंसल कहते है मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जिन्हें कट्टर ईमानदार और पक्का देशभक्त बता रहे थे सुप्रीम कोर्ट नें उनकी कलई खोल दी है और बता दिया है वे कितने ईमानदार और कितने देशभक्त है |
मुकेश बंसल कहते हैं सुप्रीम कोर्ट ने 247 दिन से जेल में बंद मनीष सिसोदिया को जमानत देने से इनकार कर दिया। सिसोदिया पर दिल्ली शराब नीति में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। उन्हें 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एसवीएन भट्टी की बेंच ने सोमवार को फैसला सुनाते हुए कहा- घोटाले से जुड़े कई सवालों के जवाब अभी नहीं मिले हैं। इनमें 338 करोड़ का लेन-देन हुआ है, जिसमें सिसोदिया की भूमिका संदिग्ध लग रही है। इसलिए याचिका खारिज की जाती है।
कोर्ट ने जांच एजेंसियों को भी निर्देश दिया कि ट्रायल 6 से 8 महीने में पूरा करें। अगर ट्रायल में देर होती है तो सिसोदिया जमानत के लिए 3 महीने के अंदर दोबारा अपील कर सकते हैं। इससे पहले 17 अक्टूबर को कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद 30 अक्टूबर तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया था। मुकेश बंसल कहते हैं इसी तरह संजय सिंह की भी पोल खुलेगी | ईमानदारी का चोला ओढ़ इन लोगो को दिल्ली को बर्बाद कर दिया है |