
BPSC Aspirants Protest: बिहार में बीपीएससी छात्रों के कल रविवार को हुए धरना प्रदर्शन और उन पर लाठीचार्ज के बाद आज सोमवार को माहौल कुछ शांतिपूर्ण रहा. हालांकि लाठीचार्ज के विरोध में वाम दलों ने जगह-जगह चक्का जाम और विरोध प्रदर्शन किया. वहीं बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने अभ्यर्थियों से मुलाकात की और उनकी बातें सुनीं. इस बीच नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप भी एक दूसरे पर जारी हैं. आईये जानते हैं बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों को लेकर आज क्या- क्या हुआ?
1. लाठीचार्ज पर बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का बयान सामने आया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीपीएससी उचित निर्णय लेगा. एक सीमा होती है कि किस तरह से आप प्रदर्शन करें. जहां तक री-एग्जाम की मांग है बीपीएससी निर्णय लेगा.
2. बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से अभ्यर्थियों के डेलिगेशन की आज सोमवार को मुलाकात हुई. मुख्य सचिव ने उनकी बातें सुनी, लेकिन कोई निर्णय नहीं हुआ है. मुख्य सचिव ने कहा कि अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार किया जाएगा.
3. मुख्य सचिव से अभ्यर्थियों की मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार चाहे तो 48 घंटे में समाधान निकाल सकती है. अभ्यर्थी समाधान चाहते हैं. टकराव नहीं चाहते. हम लोग 2 दिन इंतजार करेंगे. लेकिन 48 घंटे में सरकार के स्तर से निर्णय नहीं हुआ तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे.
4. वहीं बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करने के बाद प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया गया है. उनके सौंपे गए ज्ञापन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अभ्यर्थियों को शांति बनाए रखने का सुझाव भी दिया गया है.
5. राज्यपाल आरिफ मोहमम्द खान ने बीपीएससी के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई से बात की है. राज्यपाल ने उन्हें बात करने के लिए बुलाया. राज्यपाल ने कहा कि वे डीएम-एसपी को भी बुलाएंगे कि किस आधार पर उन्होंने लाठी चलाई. मुलाकात के बाद बीपीएससी के चेयरमैन ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया.
6. वहीं प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रविवार को कुछ पुलिस वाले काफी लाठियां बरसा रहे थे. हम लोग एफआईआर करेंगे. आंदोलन खत्म नहीं होने वाला. हम लोग डरने वाले नहीं हैं. बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा में हुई गड़बड़ी की उच्चस्तरीय जांच हो. मामला नहीं निपटा तो दो जनवरी से वे धरना पर बैठेंगे.
7. बीपीएससी के कुछ अभ्यर्थियों ने प्रशांत किशोर का विरोध भी किया कि और कहा कि वो अपनी राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं. हमें अपने आंदोलन को राजनीतिकरण नहीं करना है. छात्र खुद लड़ते हैं.
8. सुबह सांसद पप्पू यादव भी छात्रों से मिलने पीएमसीएच पहुंचे थे, उन्होंने कहा कि हम छात्रों के साथ हमेशा खड़े हैं. सरकार लाठी बरसा रही है. बीपीएस अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज अक्षम्य अपराध है. उन्होंने ट्वीट कर प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा. इससे पहले सोमवार को तेजस्वी यादव ने भी पीके का बिना नाम लिए उन्हें बीजेपी की बी टीम कहा था और आंदोलन को कुचलने की बात कही.
9. उधर वाम दलों ने आज सुबह से ही अपने ऐलान के मुताबिक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ कई जिलों में चक्का जाम और धरना प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों के समर्थन में बिहार के कई जिलों में छात्र संगठन और लेफ्ट पार्टियों ने रेल चक्का जाम किया. आरा, दरभंगा, बक्सर, सासाराम, सारण समेत कई जगहों पर ट्रेनों को रोक गया. वाम दलों के चक्का जाम का मिला-जुला असर देखा गया.
10. बाता दें कि बीपीएससी 70वीं पीटी की परीक्षा 13 दिसंबर को ली गई थी. पूरे राज्य में 912 केंद्र बनाए गए थे. पटना के बापू परीक्षा केंद्र में अनियमितता के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई और दोबीरी परीक्षा चार जनवरी को लेने का बीपीएससी ने ऐलान किया, लेकिन छात्रों का कहना है कि पूरी परीक्षा रद्द की जाए, जबकि आयोग इसके लिए तैयार नहीं है. यही टकराव की मेन वजह है. आयोग का कहना है कि बब धांधली एक सेंटर पर हुई है तो पूरी पऱीक्षा क्यों रद्द करें. छात्रों का कहना है कि अन्य जगहों पर भी धांधली हुई है, फिर से सबकी परीक्षा ली जाए.