युवा नेताओं का विद्रोह बनेगा भाजपा नेताओं के गले की फांस
निगत अब्बास हों या शशी यादव खोलने वाले हैं पिटारा
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,लोकसभा चुनावी साल में भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई नें आ बैल मुझे मार की तर्ज पर कई चिंगारियों को सुलगने के लिए छोड़ दिया है | जी हैं हम बात कर रहे हैं भारतीय जनता युवा मोर्चा की दिल्ली इकाई की जहां करीब बीस पच्चीस दिनों से महासंग्राम छिड़ा हुआ है | समझ से परे है इस संग्राम को ललकारने की क्या जरूरत थी | भाजपा जहां अभी तक आम आदमी पार्टी से जूझने की पोजीशन में भी नहीं है उसे अपने परिवार में विरोधी पैदा करने की क्या जरूरत पड़ गई थी |
ऐसा केवल हम ही नहीं कह रहे बल्कि भारतीय जनता पार्टी के अनेक कर्मठ तथा जमीनी वर्कर कहते सुने जा सकते हैं | विरोधी भी कोई सामान्य कार्यकर्ता नहीं है बल्कि सोशल मीडिया के हीरो के साथ-साथ जमीन से जुड़े नेता हैं | हम बात कर रहे हैं युवा मोर्चे के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शशी यादव की जिन्हें खुद यह नहीं पता उन्हें पार्टी से क्यों निकाला गया और युवा मोर्चा की पूर्व तेज तर्रार महामंत्री निगत अब्बास |
निगत अब्बास के बारे में हम आपको पहले ही बता चुके हैं उनके x पर जारी एक ट्वीट नें दिल्ली की सियासत में बवाल मचाया हुआ है जिसमें उन्होंने आरोप लगाये थे महिला का शोषण मंज़ूर,महिला के ख़िलाफ़ षड्यंत्र मंज़ूर, महिला से पद के बदले अश्लील माँग मंज़ूर, बड़े बड़े नेताओं के लिए सब माफ़ हो जहां वहाँ महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करना महज़ एक मज़ाक़ लगता है। नेता, मंत्री किन किन के नाम नहीं हैं। निगत अपने आरोपों पर कायम है और आने वाले दिनों में ये आरोप और खुलकर सामने आने वाले हैं | इसी तरह शशी यादव भी आज क्रांति के मूड में दिखे और मटियाला विधान सभा के तहत उन्होंने ना केवल बड़ी जनसभा में सबको देख लेने की हुंकार भरी बल्कि क्षेत्र में मटियाला जन उदय यात्रा भी निकाली जिसमे हजारों लोग शामिल हुए | शशी यादव नें कहा आप मेरा साथ दें पूरी दिल्ली के नेताओं का जमावड़ा मटियाला को बना दूंगा वरना मेरा नाम बदल देना | इन दोनों नेताओं की हुंकार से एक बात तो समझ में आती है कि इनके पास काफी आपतिजनक मसाला है जिसके सार्वजनिक होते