Ram Navami 2025: कानपुर में राम नवमी जुलूस पर पथराव के दावे को पुलिस ने बताया अफवाह, सुरक्षा बढ़ाई गई
कानपुर के नई सड़क क्षेत्र में रविवार शाम राम नवमी की शोभा यात्रा के दौरान कथित पथराव की खबरों के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया, लेकिन पुलिस ने इन दावों को अफवाह करार देते हुए स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में बताया है।
शिकायत में छतों से पत्थर फेंकने का आरोप
पूर्वी क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त श्रवण कुमार सिंह ने पुष्टि की कि शोभा यात्रा आयोजकों द्वारा एक लिखित शिकायत दी गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि नई सड़क के पास कुछ अज्ञात लोगों ने छतों से पत्थर फेंके। आयोजकों के मुताबिक, जब जुलूस लौट रहा था तभी यह घटना घटी, जिससे अफरातफरी मच गई। सोशल मीडिया पर भी एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें कुछ लोगों को भागते हुए दिखाया गया है, जो अफवाहों को हवा दे रहा है।
पुलिस ने आरोपों को बताया निराधार
डीसीपी श्रवण कुमार सिंह ने साफ किया कि शुरुआती जांच में पथराव के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। ना ही किसी के घायल होने की रिपोर्ट सामने आई है और ना ही ईंट-पत्थरों के मिलने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सभी वायरल वीडियो की जांच की है, लेकिन कोई ऐसा साक्ष्य नहीं मिला जो आरोपों की पुष्टि करता हो।
सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता बढ़ाई गई
पुलिस ने एहतियात के तौर पर इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को बुलाकर इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
पुलिस ने जनता और मीडिया से अपील की है कि अगर उनके पास कोई पुख्ता वीडियो या फोटो है, तो वे उसे साझा करें ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके। साथ ही, डीसीपी सिंह ने लोगों से अफवाहों से दूर रहने और शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
कानपुर की इस घटना में फिलहाल कोई पुष्टि नहीं हुई है कि पथराव वास्तव में हुआ था। पुलिस पूरी सतर्कता के साथ मामले की जांच कर रही है और स्थिति सामान्य बनी हुई है। धार्मिक आयोजनों के दौरान फैलने वाली अफवाहों और गलत सूचनाओं से निपटने के लिए प्रशासन लगातार निगरानी बनाए हुए है।