राजकुमार बल्लन की भाजपा में वापसी से जिले में बदलेगें सियासी समीकरण
-अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली , उत्तर पूर्वी दिल्ली के जमीनी नेता पूर्व निगम पार्षद राजकुमार बल्लन के एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से क्षेत्र की सियासत के समीकरण बदलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता | राजकुमार बल्लन आज अपने समर्थकों के साथ आम आदमी छोड़कर भारतीय
जनता पार्टी में शामिल हो गए है | प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा नें उनकी घर वापसी करायी | इस मौके पर सांसद मनोज तिवारी ,क्षेत्रीय विधायक अजय महावर जिला अध्यक्ष मोहन गोयल भी मौजूद थे |
राजकुमार बल्लन करीब चार दशक से भाजपा में सक्रिय रहे है | छात्र जीवन से ही वे जनता विधार्थी मोर्चे से जुड़े रहे और पार्टी में बड़े पदों तक पहुंचे | उत्तर पूर्वी जिले के जिलाध्यक्ष के अलावा दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे | दो बार नगर निगम का चुनाव लड़े और निगम की शिक्षा समिति सहित कई महत्वपूर्ण समितियों में अध्यक्ष रहे | करीब चार साल पहले प्रदेश के एक बड़े नेता से मतभेद के चलते पार्टी की सक्रिय सदस्यता से इस्तीफ़ा देकर आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली थी | आम आदमी पार्टी नें उन्हें शाहदरा फल एवं सब्जी मंडी का चेयर मेन बना दिया था | चार दशक तक भाजपा की सियासत करने वाले बल्लन को आम आदमी पार्टी की कार्यप्रणाली रास नहीं आई और पार्टी छोड़ने का मलाल उन्हें हमेशा रहता था | हालातों के चलते उन्होंने घर वापसी का इरादा किया | सांसद मनोज तिवारी उन्हें भाजपा में वापस लाने का लम्बे समय से प्रयास कर रहे थे |
पार्टी का एक धडा स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष महक सिंह को उत्तर पूर्वी जिला भाजपा का अध्यक्ष बनाना चाहता है | बल्लन और महक सिंह स्थानीय राजनीति में एक दूसरे के आमने सामने रहते हैं लिहाजा जब बल्लन को आभास हुआ उनके कट्टर विरोधी को भाजपा में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है उन्होंने सियासी गोटी बिछाते हुए घर वापसी ही बेहतर समझी | इस मुहीम में मनोज तिवारी और विधायक अजय महावर की भूमिका भी किसी से छिपी नहीं है | दरअसल मनोज तिवारी और अजय महावर भी महक सिंह को जिलाध्यक्ष बनने देखना नहीं चाहते | हालांकि मनोज तिवारी और अजय महावर अपनी अपनी
पसंद के अलग अलग नाम लेकर चल रहे थे | मनोज तिवारी जहां जिलाध्यक्ष पद के लिए जिला महामंत्री डॉ.यू.के.चौधरी को अध्यक्ष बनवाना चाहते है वहीं अजय महावर अपने समर्थक दिनेश धामा की पैरवी में लगे हैं | लेकिन राजकुमार बल्लन की वापसी के बाद अब ये समीकरण बदलते दिख रहे हैं | महक सिंह के विरोध में अब महावर मनोज तिवारी के साथ-साथ राज कुमार बल्लन का भी नाम जुड़ गया है | राज कुमार बल्लन को विपरीत हालात में भी समीकरण बदलने में माहिर माना जाता है | और राजकुमार बल्लन की घर वापसी के भी मतलब उनके समर्थक और विरोधी तलाशने में जुटे है |