प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज इंडोनेशिया के बाली रवाना हो गए। पीएम मोदी 14 से 16 नवंबर तक बाली में रहेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को है। करीब 45 घंटे के अपने प्रवास के दौरान पीएम मोदी 20 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। दुनिया के दिग्गज 20 देशों के समूह जी-20 के प्रमुखों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के अलावा प्रधानमंत्री इसमें हिस्सा लेने वाले 10 देशों के प्रमुखों से द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। इसमें बहुपक्षीय व द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। G20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी पहुंचेंगे। हालांकि, शुरुआत में मंजूरी देने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इस मीटिंग में शिरकत से इनकार कर दिया। आज बाइडेन और जिनपिंग की मुलाकात भी होगी। समिट में फूड एंड एनर्जी सिक्योरिटी, डिजिटल ट्रांस्फॉरमेशन और हेल्थ पर फोकस किया जाएगा। 15 नवंबर को एक कार्यक्रम में PM मोदी इंडोनेशिया में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा 16 नवंबर को G20 में शामिल सभी नेता मैंग्रूव फॉरेस की विजिट पर जाएंगे। ये जंगल क्लाइमेट चेंज से बचाव में बायो-शील्ड की तरह काम करते हैं।
जाने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि वो अन्य देशों के नेताओं से भारत के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ थीम पर आधारित होगी। हमारे देश और नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण में, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को जी-20 की अध्यक्षता सौंपेंगे। भारत आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर को जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। मैं अगले साल होने वाले शिखर सम्मेलन के लिए सभी जी-20 सदस्यों को अपनी ओर से व्यक्तिगत निमंत्रण दूंगा। जी-20 शिखर सम्मेलन में अपनी बातचीत के दौरान मैं भारत की उपब्धियों और और समग्र रूप से वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालूंगा। भारत की जी-20 अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ थीम पर आधारित होगी, जो सभी के लिए समान विकास और साझा भविष्य के संदेश को रेखांकित करता है।
जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के साथ मुलाकात हो सकती है। पिछले महीने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक की मोदी के साथ पहली बैठक होगी। बाली के लिए रवाना होने से पहले सुनक ने एक बयान में कहा कि व्लादिमिर पुतिन के युद्ध ने दुनियाभर में तबाही मचाई है और जीवन को नष्ट किया है। अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को उथल-पुथल में डाल दिया है।