ग्लेन फिलिप्स (104 रन) के विशेष शतक की बदौलत न्यूजीलैंड ने खराब शुरूआत से उबरने के बाद ट्रेंट बोल्ट (चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी से टी20 विश्व कप मैच में श्रीलंका पर 65 रन की महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड ने पावरप्ले के अंदर 15 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे जिसके बाद फिलिप्स (64 गेंद, 10 चौके, चार छक्के) ने डेरिल मिशेल (24 गेंद में 22 रन) ने 84 रन की भागीदारी निभाकर पारी संभाली। इससे टीम ने निर्धारित 20 ओवर में सात विकेट पर 167 रन का स्कोर खड़ा किया। फिलिप्स का भाग्य ने पूरा साथ दिया, उन्हें दो बार जीवनदान मिला। इस 25 साल के खिलाड़ी ने 12 रन के स्कोर पर मिले जीवनदान का पूरा फायदा उठाकर बेहतरीन स्ट्रोक्स लगाये और अपना दूसरा टी20 शतक जड़ा। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका ने भी न्यूजीलैंड की तरह शुरूआती विकेट गंवा दिये, पर वह इन झटकों से उबर नहीं सका और उसकी पूरी टीम 19.2 ओवर में 102 रन पर सिमट गयी। न्यूजीलैंड के लिये बोल्ट ने नयी गेंद से श्रीलंका को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। उन्होंने चार ओवर में 13 रन देकर चार विकेट झटके। यह न्यूजीलैंड की तीन मैचों में दूसरी जीत है जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ उनका पिछला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। अब एशिया कप चैम्पियन श्रीलंका के लिये सेमीफाइनल का सफर काफी मुश्किल हो गया है जिसने तीन मैचों में दूसरी हार का सामना करना पड़ा। सातवें ओवर में श्रीलंका ने 24 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे जिससे उसके हाथों से मैच तभी खिसक गया था। तेज गेंदबाज बोल्ट और टिम साउदी की अनुभवी जोड़ी ने श्रीलंकाई शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। बोल्ट ने अपने शुरूआती स्पैल में तीन विकेट झटक लिये। बायें हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर (21 रन देकर दो विकेट) और ईश सोढ़ी (21 रन देकर दो विकेट) ने भी दो दो विकेट हासिल किये। भानुका राजपक्षे की 22 गेंद में 34 रन की पारी को छोड़कर श्रींलका का कोई भी बल्लेबाज न्यूजीजैंड के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के आगे नहीं टिक सका। टीम को कई बार मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकालने वाले कप्तान दासुन शनाका (32 गेंद में 35 रन) शनिवार को ऐसा नहीं कर सके। एक हफ्ते पहले आस्ट्रेलिया पर जीत के बाद यह न्यूजीलैंड का पहला मैच था। लेकिन टीम ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया। इससे पहले टीम के लिये फिलिप्स के अलावा केवल दो अन्य बल्लेबाज ही दोहरे अंक के स्कोर तक पहुंच सके। मिशेल के अलावा मिशेल सैंटनर 11 रन बनाकर नाबाद रहे। फिलिप्स ने अपनी यादगार पारी के दौरान स्पिनरों और तेज गेंदबाजों के खिलाफ शॉट लगाये। उन्होंने पहला छक्का चमिका करूणारत्ने पर लगाया। इससे उनका बड़े शॉट खेलने का आत्मविश्वास बढ़ा और खराब शुरूआत के बाद टीम की रन गति भी बढ़ने लगी। फिलिप्स ने रहस्यमयी स्पिनर महीश तीक्षणा की गेंद पर चौका जड़कर अपना शतक पूरा किया जिसका उन्होंने दहाड़ते हुए जश्न मनाया। तीक्षणा ने नयी गेंद से प्रभावित किया, उन्होंने ‘डेथ ओवरों’ में ज्यादा ही शार्ट लेंथ में गेंदबाजी की और फिलिप्स ने इसका पूरा फायदा उठाया। न्यूजीलैंड के इस खिलाड़ी ने 18वें ओवर में लगातार दो छक्के जड़े जिससे 16 रन जुड़े। अंतिम दो ओवरों में न्यूजीलैंड ने 67 रन जोड़े। श्रीलंकाई खिलाड़ी कैच लपकने और क्षेत्ररक्षण में कमजोर दिखे। श्रीलंकाई टीम के लिये एकमात्र सकारात्मक चीज पहले छह ओवर की गेंदबाजी रही जिसमें उन्होंने खतरनाक फिन एलेन, डेवोन कॉनवे और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन का विकेट लिया। तीक्षणा ने अपनी इनस्विंगर से फिन को आउट किया। विलियमसन कासुन रजीता की बाहर जाती गेंद पर कैच देकर आउट हुए। रजीता ने दो विकेट झटके। श्रीलंका के लिये तीक्षणा के अलावा धनंजय डि सिल्वा, लाहिरू कुमारा और वानिंदु हसारंगा डि सिल्वा ने एक एक विकेट प्राप्त किया।