Gwalior Lift Accident: ग्वालियर के होटल ‘रॉयल इन’ में बड़ा हादसा: 25 फीट ऊंचाई से लिफ्ट गिरने से 5 घायल, 4 का पैर फ्रैक्चर, प्रबंधन फरार
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक निजी होटल ‘रॉयल इन’ में गुरुवार दोपहर एक भयंकर हादसा हुआ जब होटल की लिफ्ट करीब 25 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गई। इस हादसे में लिफ्ट में सवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें चार के पैरों में फ्रैक्चर हो गया। सभी घायलों को तुरंत ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है। इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को दहशत में डाल दिया, बल्कि प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह दुखद घटना ग्वालियर के सिटी सेंटर स्थित होटल ‘रॉयल इन’ में हुई, जो विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। बताया गया कि लिफ्ट में सवार सभी लोग होटल के बेसमेंट में आयोजित हंस एग्रो के सेमिनार में हिस्सा लेने आए थे। घायल नानूराम ने बताया कि वे लिफ्ट से ग्राउंड फ्लोर से थर्ड फ्लोर की ओर जा रहे थे कि अचानक जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी और लिफ्ट नीचे गिर गई। इस दुर्घटना में उनके साथ साथ अन्य लोग भी घायल हो गए।
घायल कौशलेंद्र, जो दतिया जिले के निवासी हैं, ने बताया कि वह और अन्य लोग कृषि विभाग की मीटिंग में शामिल होने के लिए होटल में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि अचानक धमाका हुआ और लिफ्ट नीचे गिर गई जिससे वे सभी घायल हो गए। स्थानीय लोगों की तत्परता से घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया जहां चारों का इलाज चल रहा है और सभी के पैरों में प्लास्टर चढ़ाया गया है।
हादसे के बाद नगर निगम की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। जांच में यह सामने आया कि होटल की लिफ्ट के बाहर कोई भी एनओसी (No Objection Certificate) नहीं था। इस बात से साफ हो गया कि होटल प्रबंधन ने लिफ्ट की सुरक्षा और मेंटेनेंस पर कोई ध्यान नहीं दिया था। जब नगर निगम की टीम ने प्रबंधन से पूछताछ की, तो वे मौके से फरार हो गए और कोई जवाब नहीं दे सके। इस मामले में नगर निगम सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।
यह हादसा न सिर्फ होटल ‘रॉयल इन’ की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि ग्वालियर के कई अन्य होटलों और संस्थानों की भी पोल खोलता है जहां लिफ्ट और अन्य सुरक्षा उपकरणों की नियमित जांच और एनओसी नहीं ली जाती। इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर करते हुए यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे जब तक सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन नहीं किया जाता।
होटल की इस गंभीर लापरवाही ने वहां आए लोगों की जान को खतरे में डाल दिया और प्रशासन से मांग उठ रही है कि वे ऐसे मामलों को गंभीरता से लें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। साथ ही यह भी जरूरी है कि सभी होटल और सार्वजनिक स्थानों पर लिफ्ट सहित अन्य सुरक्षा उपकरणों की नियमित जांच हो और उनके लिए आवश्यक अनुमतियां प्राप्त हों।