Kanpur Fire: कानपुर की जूता फैक्टरी में भीषण अग्निकांड, एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां रविवार देर रात प्रेम नगर इलाके की एक चार मंजिला इमारत में स्थित जूता फैक्टरी में अचानक भीषण आग लग गई। इस भयावह हादसे में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जलकर मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया और स्थानीय लोगों में भय और शोक का माहौल व्याप्त है।
घटना कानपुर के चमनगंज थाना क्षेत्र के प्रेम नगर मोहल्ले की है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग सबसे पहले इमारत के बेसमेंट में लगी और फिर महज 15–20 मिनट में ही उसने पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। इमारत की दूसरी मंजिल पर एक जूता फैक्टरी संचालित हो रही थी, जहां भारी मात्रा में रबर, गोंद और अन्य ज्वलनशील सामग्री मौजूद थी, जिससे आग ने और अधिक भयावह रूप ले लिया।
जिस वक्त यह हादसा हुआ, इमारत के चौथे मंजिल पर एक परिवार सो रहा था। आग इतनी तेजी से फैली कि परिवार को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। दमकल विभाग को सूचना मिलते ही चार फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। दमकल कर्मियों ने कई लोगों को इमारत से बाहर निकाला, लेकिन चौथी मंजिल पर फंसे पांचों लोग आग में बुरी तरह झुलस गए थे।
रेस्क्यू के बाद घायलों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक हादसे के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हृदयविदारक घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही घायलों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने के आदेश भी जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से यह भी कहा गया कि घटना की पूरी जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
अग्निकांड की असल वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है, हालांकि स्थानीय लोगों और प्रारंभिक जांच के अनुसार आग लगने का संभावित कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। फिर भी अग्निशमन और फॉरेंसिक टीम द्वारा विस्तृत जांच जारी है।
इस घटना ने न केवल कानपुर बल्कि पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। यह हादसा फिर एक बार सवाल खड़ा करता है कि औद्योगिक और आवासीय इमारतों में अग्निसुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं होता। यह घटना एक चेतावनी है कि यदि समय रहते सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए तो ऐसे हादसे दोहराए जाते रहेंगे।