हार्दिक पांड्या की कप्तानी में गुजरात टाइटंस ने इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के अपने पहले ही सीजन में ट्रॉफी जीत इतिहास रच दिया। गुजरात ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए आईपीएल 2022 के फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हराया और इस सीजन की चैंपियन बनी। इसके साथ ही हार्दिक पांडया आईपीएएल इतिहास के तीसरे ऐसे कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने बतौर कप्तान अपने डेब्यू सीजन में ही आईपीएल खिताब जीता है। उनसे पहले शेन वॉर्न और रोहित शर्मा यह कमाल कर चुके हैं। गुजरात के खिताब जीतते ही पांच साल बाद आईपीएल को नया चैंपियन मिल गया है।
राजस्थान की टीम ने बनाए 130 रन
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। राजस्थान की शुरुआत हालांकि कुछ खास नहीं रही और यशस्वी जायसवाल चौथे ओवर में 16 गेंदों में 22 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। सैमसन और जोस बटलर(35 गेंद में 39) ने मिलकर पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन राजस्थान के कप्तान संजू भी 11 गेंदों में 14 रन बनाकर आउट हो गए। देवदत्त पडिक्कल से टीम को संभालने की उम्मीद थी, लेकिन वह भी बेहद धीमी पारी खेलकर चलते बने। उन्होंने 10 गेंदों में महज दो रन बनाए और राशिद की गेंद पर आउट हुए। इसके बाद शिमरोन हेटमायर (11), रविचंद्रन अश्विन (6) भी कुछ नहीं कर पाए और सस्ते में पवेलियन लौट गए। रियान पराग ने भी जैसे-तैसे 15 रन बनाए। जबकि ट्रेंट बोल्ट ने सात गेंदों में 11 रन बनाए। लेकिन राजस्थान की टीम 130 रन ही बना पाई।
शुभमन गिल और हार्दिक पांड्या के बीच 53 गेंदों पर 63 रनों की अहम साझेदारी
131 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात टाइटंस ने 9 के स्कोर पर ही रिद्धिमान साहा (5) के रूप में अपना पहला विकेट गंवा दिया। टीम ने फिर 23 के स्कोर पर मैथ्यू वेड (8) का विकेट भी खो दिया। इसके बाद शुभमन गिल (नाबाद 45) और कप्तान हार्दिक पांड्या (34) ने तीसरे विकेट के लिए 53 गेंदों पर 63 रनों की साझेदारी करके गुजरात को संकट से बाहर निकाला। हार्दिक गुजरात के 86 के स्कोर पर तीसरे बल्लेबाज के रूप में पवेलियन लौटे। उन्हें युजवेंद्र चहल ने स्लिप में कैच कराया। हार्दिक ने 30 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। हार्दिक के आउट होने के बाद गुजरात को मैच जीतने के लिए अंतिम 30 गेंदों पर 34 रन बनाने थे और डेविड मिलर तथा गिल क्रीज पर मौजूद थे। दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 29 गेंदों पर 47 रनों की साझेदारी करके गुजरात को सात विकेट शेष रहते खिताब दिला दिया। मिलर ने 19 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्के की मदद से 32 रनों की नाबाद पारी खेली।