न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग का एक सर्वे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, सर्वे में बार चार्ट के जरिए दुनिया की कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी आने की आशंकाओं को दिखाया गया है। सर्वे की रिपोर्ट में चिन और जापान जैसी अर्थव्यवस्था के मंदी में जाने की संभावना को 20 से 25 प्रतिशत बताया गया है तो वहीं रिपोर्ट में भारतीय इकोनॉमी के मंदी में जाने की संभावनाओं को शून्य बताया गया है। अब यही बात वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में कहीं। वह संसद में महंगाई पर चर्चा के दौरान विपक्ष को जवाब दे रही थीं। इसी के दौरान वितमंत्री ने कहा की भारत की इकॉनमी न सिर्फ दुनिया के कई देशों से बेहतर हालत में है, बल्कि यह तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत में मंदी का कोई खतरा नहीं है। ब्लूमबर्ग के सर्वे के मुताबिक भारत में मंदी के शून्य चांसेज हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि दूसरे देशों की तुलना में भारत का बैंकिंग क्षेत्र भी बेहतर स्थिति में है। सरकारी बैंकों का समग्र एनपीए छह साल के निचले स्तर 5.9 प्रतिशत पर पहुंच गया है। वित्त वर्ष 2021-22 में कल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की तुलना में सरकार का कर्ज भी घटकर 56.29 प्रतिशत पर आ गया है। महंगाई दर को भी सात प्रतिशत से नीचे लाने का प्रयास हो रहा है। सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से खाद्य तेलों की कीमतों में भी भारी कमी आई है। इसके साथ ही वित्तमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि महंगाई पर चर्चा के दौरान केवल राजनीतिक बातें की गईं। उन्होंने कहा कि इस दौरान 30 सांसदों ने बढ़ते दामों पर बात की, लेकिन आंकड़े पेश करने के बजाए यह लोग केवल राजनीतिक मुद्दों पर ही बोलते रहे। वित्तमंत्री जब जवाब दे रही थीं, उसी दौरान कांग्रेस सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।