बिहार : बिजली विभाग के कर्मचारी को लगा करंट, डीएसपी ने अपनी गाड़ी से पहुंचाया अस्पताल, बचाई जान
बेगूसराय के कचहरी रोड स्थित श्री कृष्ण सिंह कॉन्प्लेक्स के पास ट्रांसफार्मर ठीक करने के दौरान मिस्त्री श्रवण तांती करंट की चपेट में आ गए थे.
डीएसपी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद ने मिस्त्री की बचाई जान
बिहार पुलिस में तैनात डीएसपी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद इन दिनों एक खास वजह से चर्चाओं में है. दरअसल, मंगलवार को बेगूसराय में बिजली ठीक करने के लिए मिस्त्री ट्रांसफर्मर पर चढ़ा था. इसी दौरान उसे करंट लग गया. करंट लगने के बाद मिस्त्री ट्रांसफर्मर के पास ही फंसा रह गया. मिस्त्री को ऊपर फंसा देख आसपास के लोग उसे निकालने की कोशिशों में लगे. जैसे तैसे करके मिस्त्री को ट्रांसफर्मर से नीचे उतारा गया. बिजली के झटकों के बाद मिस्त्री की हालत बेहद नाजुक थी. उसे तुरंत पास के अस्पताल में पहुंचाने की जरूरत थी. इसी समय घटना स्थल के पास से डीएसपी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद जो फिलहाल एसपी कार्यालय में तैनात मैं, गुजर रहे थे. उन्हें जैसे ही बिजली मिस्त्री की गंभीर हालत के बारे में पता चला उन्होंने बगैर किसी देरी के उसे अपनी गाड़ी में रखा और तुरंत सदर अस्पताल लेकर पहुंच गए. समय पर अस्पताल पहुंचाने की वजह से बिजली मिस्त्री की जान बचा ली गई. लेकिन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बेगूसराय के कचहरी रोड स्थित श्री कृष्ण सिंह कॉन्प्लेक्स के पास ट्रांसफार्मर ठीक करने के दौरान मिस्त्री श्रवण तांती करंट की चपेट में आ गए थे. करेंट लगने के बाद श्रवण पोल पर ही झूलने लगे थे. श्रवण को पोल से झूलता देख वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने उन्हें नीचे उतारने का प्रयास किया. बाद में श्रवण को पोल से नीचे उतारा गया. इसी दौरान घटनास्थल के पास से ही तेघरा डीएसपी डॉ रविंद्र मोहन प्रसाद एसपी कार्यालय जा रहे थे. लोगों की भीड़ देखकर उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी लगाई.
उन्हें स्थानीय लोगों ने बताया कि एक मिस्त्री को करंट लग गया है. लोगों ने उनसे कहा कि एंबुलेंस बुलवा दें ताकि घायल मिस्त्री को अस्पताल लेकर जाया जा सके. इसपर डीएसपी रविंद्र ने कहा कि एंबुलेंस की क्या जरूरत है. मेरी गाड़ी है इसे जल्दी से मेरी गाड़ी में रखो. चुकि डॉक्टर रविंद्र प्रसाद जो एक एमबीबीएस डॉक्टर भी हैं. उन्होंने तुरंत पीसीआर देना प्रारंभ कर दिया और पीसीआर देते हुए सदर अस्पताल के आईसीयू वार्ड तक पहुंचाया और उसे तुरंत भर्ती कराया. इस दौरान बिजली विभाग को समय पर सूचना मिल जाने के कारण तुरंत लाइन भी काट दिया गया था.