कांग्रेस विधानसभा टिकट मांगने वालों का वन टू वन लेगी इंटरव्यू
* 21 अक्टू.से होगी प्रक्रिया शुरू
-अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,हरियाणा विधानसभा चुनावों में अपनी गलतियों से सबक लेते हुए कांग्रेस अपनी नीतियों में परिवर्तन करने जा रही है ,और यदि इन नीतियों पर ईमानदारी से अमल हुआ तो हार जीत तो बाद की बात है लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस बेहतरीन प्रत्याशी तलाश कर सकती है | दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया को संगठन के मामलों में महारथ हासिल है दिल्ली के साथ-साथ वे हरियाणा के प्रभारी भी थे लेकिन भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के मामले में सीधे राहुल गाँधी की दखल थी लिहाजा हरियाणा में ज्यादातर मामले हाईकमान के ही चले और उसका खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ा जहां अनुकूल माहौल होने के बावजूद पार्टी अपेक्षित परिणाम हांसिल नहीं कर सकी |
राजधानी दिल्ली में जल्द विधानसभा चुनाव होने है पार्टी नें इसके लिए जमीनी तैयारी करनी शुरू कर दी है | अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से दीपक बाबरिया के साथ दानिश अबरार और सुखविंदर सिंह डानी को प्रभारी सचिव लगाया गया है | जहां तक हमारी जानकारी है दोनी जमीनी पकड़ वाले अनुभवी नेता है और उन्होंने अपना काम शुरू भी कर दिया है | तकरीबन सभी जिलों में वे बैठके ले चुके हैं और विधानसभा स्तर पर भी कार्यकर्ताओं से मिलने का सिलसिला जारी है | पार्टी इस बार विधानसभा चुनावो को बेहद गम्भीरता से ले रही है जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है अंतिम समय तक प्रत्याशी तलाशने वाली पार्टी कई माह पूर्व इस प्रक्रिया में जुट गई है | प्रभारी सचिवों नें अपनी तलाश शुरू कर दी है और दोनों सचिव ,जिला प्रभारियों तथा जिला अध्यक्षों के साथ -साथ तमाम दावेदारों से वन टू वन रूबरू होंगे और उनसे तमाम चर्चा करेगें जिसके आधार पर वे सभी दावेदारों से बात कर सूची बना उसे शोर्टलिस्ट कर हाईकमान को भेजेगें |
मिली जानकारी के मुताबिक दोनों प्रभारी सचिवो को पैंतीस-पैंतीस विधानसभाएं दी गई है जो रोजाना पांच-पांच विधानसभा के कार्यकर्ताओं से वन टू वन मिलेगें | यह प्रक्रिया दानिस अबरार 21 अक्टूबर से शुरू कर रहे हैं इस दिन वे रोहताश नगर,सीमापुरी,घोंडा,बाबरपुर तथा सीलम पुर विधानसभा के कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगें | पार्टी की इस प्रक्रिया का कार्यकर्ताओं में प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है और वे महसूस कर रहे हैं कम से कम इस प्लेटफार्म पर वे अपनी बात तो रख ही सकेगें | आज बस इतना ही …