सीएम केजरीवाल ने कहा देश का पैसा देश की जनता के लिए है, दोस्तों के लोन माफ़ करने के लिए नहीं
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त की योजनाओं को बंद करने की कोशिश का आरोपल लगाते हुए कहा कि अग्निवीर योजना, आठवें वेतन आयोग के गठन से इनकार जैसे कारण से सवाल उठ रहे हैं कि क्या केंद्र सरकार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है?
उन्होंने पूछा कि केंद्र सरकार का सारा पैसा गया कहां? फिर खुद ही इसका जवाब देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अपने दोस्तों और अरपबतियों का 10 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर दिया गया।
ठगा सा महसूस कर रहा आम आदमी’
केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी ठगा सा महसूस कर रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार ने गरीब के खाने पर भी टैक्स लगा दिया है, वहीं बड़े व्यापारियों का 5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया है. केजरीवाल ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने मनरेगा के लिए पैसा नहीं होने की बात कही है और इस साल इसमें 25% की कटौती हुई है.
‘अरबपति दोस्तों के टैक्स किए माफ’
केजरीवल ने यह भी कहा कि पिछले 75 वर्षों में कभी भी सरकार ने बुनियादी खाद्यान्न पर टैक्स नहीं लगाया. पेट्रोल और डीजल पर टैक्स 1000 करोड़ से अधिक है. वे अब कह रहे हैं कि सरकार की सभी मुफ्त चीजें खत्म होनी चाहिए, सरकारी स्कूलों, अस्पतालों में फीस ली जानी चाहिए. फ्री राशन बंद करने की बात कह रहे हैं. केंद्र का सारा पैसा कहां गया? वे इस सरकारी पैसे से अपने दोस्तों का कर्ज माफ कर रहे हैं. उन्होंने अपने अरबपति दोस्तों के टैक्स भी माफ कर दिए हैं.