ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ अब इस दुनिया में नहीं रहीं। क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय ने 96 साल की उम्र में अंतिम सांंस ली। वो काफी दिनों से बीमार चल रही थीं। स्कॉटलैंड में उनके स्वास्थ्य पर डॉक्टर्स लगातार नजर बनाए हुए थे। गुरुवार देर शाम से ही उनके स्वास्थ्य के नाजुक होने की खबर आ रही थी। इससे पहले बकिंघम पैलेस की ओर से बताया गया था कि वह चिकित्सकीय देखरेख में हैं क्योंकि डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है। महारानी स्कॉटलैंड स्थित अपने बाल्मोरल कैसल में थीं। महारानी के शासन को 70 साल हो चुके हैं और उन्होंने 15 प्रधानमंत्रियों का कार्यकाल देखा है। खराब सेहत की वजह से महारानी ने अपनी ‘प्रिवी काउंसिल’ की मीटिंग तक कैंसिल कर दी थी। उन्हें आराम करने के लिए कहा गया था। महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद क्या होगा, इसका एक पूरा प्लान ब्रिटेन की सरकार की तरफ से बनाया गया है। इस पूरे प्लान को ऑपरेशन लंदन ब्रिज कोडनेम दिया गया है। यह कोड कई सालों तक सीक्रेट ही रखा लेकिन कुछ साल पहले इसके बारे में कई अहम जानकारियां सामने आ गईं। उनके निधन के बाद उनके सबसे बड़े बेटे और उत्तराधिकारी चार्ल्स 14 राष्ट्रमंडल क्षेत्रों के प्रमुख के रूप में उनके अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। महारानी के निधन पर ब्रिटेन की नई पीएम लिज ट्रस ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है, ‘हम सब लोग इस खबर से दुखी हैं जो हमने अभी बाल्मोरल महल से सुनी है। महारानी की मृत्यु देश और दुनिया के लिए बहुत बड़ा सदमा है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय वह पत्थर थीं जिस पर आज का ब्रिटेन का निर्माण हुआ है। उनके शासनकाल में हमारा देश विकसित और फला-फूला है।’ पूरे ब्रिटेन में महारानी के निधन की खबर से शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी क्वीन एलिजाबेथ के निधन पर शोक जाहिर किया है।