सचिन पायलट के प्रभारी बनने और अनिल चौधरी के सक्रिय होते ही भाजपा की गुर्जर टीम भी हुई एक्टिव
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के तहत गुर्जर मतदाताओं की संख्या मुस्लिम, ब्राह्मण तथा दलित आबादी के बाद चौथे स्थान पर मानी जाती है | यह वही गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र है जहां से करीब 35 साल पूर्व जनता दल की ओर से लोकसभा चुनाव लड़े गुर्जर नेता रामवीर सिंह विधूड़ी करिश्मा दिखाते हुए केवल अपनी बिरादरी के दम पर उस वक्त के बे-ताज बादशाह एच.के.एल.भगत की हार की वजह बने थे | उस वक्त गुर्जर समाज नें एकजुट हो रामवीर विधूड़ी का साथ दे उन्हें सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था | हालांकि राम लहर के चलते चुनाव भाजपा के बी.एल.शर्मा ही जीते थे | और भगत जी नें कहा था मेरी हार के लिए दो-दो राम जिम्मेदार हैं |
यहाँ यह जिक्र इसलिए किया यह बताना जरुर है कि गुर्जर बिरादरी आज भी एकजुट मानी जाती है और जिसे भरोसा दे दिया उस पर खरी भी उतरती है | आपको याद दिला दें हमने करीब डेढ़ माह पूर्व इसी कालम में लिखा था गुर्जर और ब्राह्मण हुए मनोज तिवारी के पक्ष में लामबंद | कांग्रेस नें इस पर संज्ञान लेते हुए गुर्जर नेता पूर्व उपमुख्यमंत्री राजस्थान सचिन पायलट को उत्तर पूर्वी दिल्ली का प्रभारी बना दिया और उन्होंने दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष अनिल चौधरी को
ले बैटिंग शुरू कर दी | अनिल चौधरी नें अपने कार्यकाल में सैकड़ों गुर्जर नेताओं को कांग्रेस में बड़े ओहदे तो दिए ही थे जहां भी उन्हें थोडा बहुत भी मजबूत गुर्जर नेता दिखा उसे निगम का टिकिट भी थमा दिया | लिहाजा गुर्जरों का एक बड़ा तबका उन्हें सम्मान की द्रष्टि से देखता है | उनके आते ही सैकडो गुर्जर जो कांग्रेस से नाखुश चल रहे थे सक्रिय हो गए |
प्रताप चौधरी,ब्रिजपाल,नत्थू सिंह,चौधरी विकास,सुरेन्द्र चौधरी,प्रवीन चौधरी ,अजीत गामड़ी,करतार डेढा ,मोनू उस्मानपुर,महेश चौधरी,लोकेन्द्रचौधरी सहित करीब सौ सशक्त गुर्जर नेता एक मंच पर इक्कठे हो गए और लग गए अनिल चौधरी के साथ काम पर | अनिल नें सचिन पायलट और प्रत्याशी कन्हैया कुमार से इनकी मीटिंग भी करा दी और इसका असर भी दिखने लगा | इसकी भनक लगते ही भाजपा खेमा भी सक्रिय हो गया और भाजपा नें भी सांसद रमेश विधूड़ी ,विधायक नन्द किशोर,पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर पूर्व विधायक नसीब सिंह ,पूर्व जिलाध्यक्ष राज कुमार बल्लन को सक्रिय कर दिया |
पूर्व पार्षद चौधरी सुग्रीव सिंह,जगदीश प्रधान,अरुण भाटी,धर्मबीर नागर,बोड़ा गुर्जर,सत्यपाल सिंह,गौरव खारी ,इन्द्रजीत सिंह,जितेन्द्र बैंसला,महक सिंह,जबर सिंह ,सतीश नागर,जसबीर दयाला,राकेश डेढा ,दाताराम बैसला .दिनेश धामा,नितिन चौधरी,सुंदर लोहिया,श्याम बीर चौधरी,डॉ.यू.के.चौधरी,सुशील चौधरी,मनीष कसाना ,सचिन मावी,मोहित नागर सहित पूरी फौज उतार दी | आप भी सोच रहे होंगे हमें इतने सारे गुर्जर नेताओं के नाम कैसे मालुम ,हाँ भाई हमने भी गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र के सत्यवती कालेज में दो बार कालेज प्रधानी के चुनाव जीते है और हमारे चुनावों की बागडोर भी यही बिरादरी संभालती थी | समझ गए ना आप यह बिरादरी जिसके भी साथ हो जाती है उसकी बल्ले-बल्ले ही रहती है | आज बस इतना ही …..