कांग्रेस में यमुनापार की दो सीटों के लिए एक दर्जन दावेदार ,आप में लगभग तय

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कांग्रेस में यमुनापार की दो सीटों के लिए एक दर्जन दावेदार ,आप में लगभग तय
कांग्रेस में यमुनापार की दो सीटों के लिए एक दर्जन दावेदार ,कांग्रेस में यमुनापार की दो सीटों के लिए एक दर्जन दावेदार ,आप में लगभग तयआप में लगभग तय

कांग्रेस में यमुनापार की दो सीटों के लिए एक दर्जन दावेदार ,आप में लगभग तय

* गठ्बन्धन हुआ तो एक – एक लड़ सकती हैं दोनों पार्टी

– अश्वनी भारद्वाज –

नई दिल्ली ,लोकसभा चुनावों के लिए राजधानी दिल्ली में सात सीटों के लिए कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी में अभी भी गठबंधन की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता | दोनों पार्टी के शीर्ष नेता यह भली भांति जानते है यदि अकेले -अकेले चुनाव लड़े तो भाजपा को वाक् ओवर मिलना तय है | लिहाजाम खट्टे मीठे रिश्तों के बीच दोनों ही गठ्बन्धन चाहते है भले ही रेशो तीन चार का हो | हम बहुत पहले से जिक्र करते रहे हैं यह गठ्बन्धन इसी रेशो में होना है सवाल इस बात का है तीन कौन और चार कौन ,समय रहते इस पर भी फैंसला हो जाएगा | हालांकि कांग्रेस का जमीनी वर्कर गठ्बन्धन नहीं चाहता लेकिन जो सीरियस दावेदार हैं वे गठ्बन्धन के पैरवीकार बने है | इसके अलावा कुछ दावेदार यह जानते है गठ्बन्धन हुआ तो उन्हें टिकिट नहीं मिल सकता लिहाजा वे भी गठ्बन्धन नहीं चाहते लेकिन उनके चाहने से कुछ नहीं होने वाला |

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सम्मानजनक गठ्बन्धन के पक्षधर है | यह बात अलग है दिल्ली के बदले कांग्रेस को दिल्ली से बाहर कुछ सीट आप के लिए छोडनी पड़ सकती है | और कांग्रेस को इसमें कुछ खास परेशानी भी नहीं है खासतौर से गुजरात में कांग्रेस के पास खोने को कुछ नहीं है | आप भी सोच रहे होंगे बात यमुनापार से शुरू हुई थी और गठ्बन्धन तथा गुजरात तक पहुंच गई | हां भाई बात ही कुछ ऐसी है गठ्बन्धन हुआ तो टिकिटों तथा दावेदारों के सारे समीकरण बदल जायेगें | आज हम यदि गठ्बन्धन नहीं होता है तो उसी पर बात करेगें | कांग्रेस और आप दोनों ने ही अपनी अपनी तैयारी शुरू कर दी है | कांग्रेस से टिकिट मांगने वालों में प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द्र सिंह लवली का दावा सबसे मजबूत है | गठ्बन्धन हो या नहीं वे दोनों सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ सकते हैं | दूसरे सशक्त दावेदार पूर्व सांसद संदीप दीक्षित है वे पूर्वी दिल्ली से मजबूत दावेदार हैं ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी के साथ-साथ नसीब सिंह सहित और भी कई दावेदार है |

पूर्वांचली दमदार नेता जे.एन.यू.के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी उत्तर पूर्वी दिल्ली से दावेदार बने हुए हैं | पिछला लोकसभा चुनाव वे बेगुसराय से लड़े थे जिसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे | उत्तर पूर्वी दिल्ली से कई बार विधायक रहे भीष्म शर्मा भी ब्राह्मण बाहुल्य सीट के दावे के साथ दम भर रहे हैं इसी तरह कई बार विधायक रहे मतीन अहमद ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष आदेश भारद्वाज भी यहाँ से दावा जता रहे हैं आज बस इतना ही ….

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