Jyoti Malhotra Arrest: जासूसी मामले में फंसी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट से चार दिन की और रिमांड, ISI से संपर्क और विदेशी यात्राएं जांच के दायरे में
हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी और पूछताछ से जुड़े मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार की गई ज्योति को 22 मई को एक बार फिर कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले रात करीब 11:30 बजे पुलिस ने उसका मेडिकल करवाया, और फिर सुबह 9:30 बजे हिसार की अदालत में पेश किया। कोर्ट ने पुलिस को उसकी चार दिन की और रिमांड दे दी है।
गौरतलब है कि ज्योति को 17 मई को गिरफ्तार किया गया था और अदालत में पेश किए जाने के बाद पुलिस को उसकी पांच दिन की रिमांड मिली थी। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस ने उससे कई दौर की पूछताछ की और उसके कब्जे से बरामद मोबाइल व लैपटॉप की जांच की गई। इन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से पुलिस को कई संदिग्ध जानकारियां और दस्तावेज मिले हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील माने जा रहे हैं।
ज्योति की गिरफ्तारी का खुलासा तब हुआ जब पंजाब के मलेरकोटला से पकड़ी गई एक महिला गजाला से पूछताछ के दौरान एक बड़े जासूसी नेटवर्क के बारे में जानकारी सामने आई। गजाला ने पूछताछ में जिन लोगों का नाम लिया, उनमें ज्योति मल्होत्रा का भी उल्लेख था। इसके बाद हरियाणा पुलिस की विशेष टीम ने छानबीन कर ज्योति को गिरफ्तार किया।
हिसार के डीएसपी कमलजीत ने बताया कि पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर हरीश कुमार की बेटी ज्योति को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 के तहत गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, वह लगातार एक पाकिस्तानी नागरिक के संपर्क में थी और उनके बीच संवेदनशील सूचनाओं का आदान-प्रदान होता रहा। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि पिछले दो वर्षों में वह तीन बार पाकिस्तान, एक बार चीन और इसके अलावा यूएई, बांग्लादेश, भूटान और थाईलैंड की यात्रा कर चुकी है।
सूत्रों का कहना है कि दो साल पहले वह पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी दानिश के संपर्क में आई थी, और वहीं से उसकी गतिविधियां संदिग्ध होती चली गईं। पाकिस्तान में उसकी मुलाकात कई खुफिया एजेंसी से जुड़े व्यक्तियों से भी हुई थी। भारत लौटने के बाद उसने अपने सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से ना केवल संवेदनशील जानकारी साझा की, बल्कि पाकिस्तान की छवि को सकारात्मक दिखाने की भी कोशिश की।
अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। उसके विदेशी संपर्क, यात्राओं की वजह, सोशल मीडिया पर डाली गई सामग्री, और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की भी जांच की जा रही है। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, और पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियां भी इसकी छानबीन में जुट गई हैं।
अगले चार दिन की रिमांड के दौरान ज्योति से और गहन पूछताछ की जाएगी। साथ ही, उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स, ईमेल और चैट्स की फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो यह मामला देशद्रोह और अंतरराष्ट्रीय जासूसी के सबसे संवेदनशील मामलों में से एक बन सकता है।



