कौन बनेगा दिल्ली का मुख्यमंत्री प्रवेश वर्मा ,सिरसा,अजय महावर के नाम पर गंभीरता से विचार
– अश्वनी भारद्वाज –
नई दिल्ली ,दिल्ली विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के साथ भाजपा राजधानी में सरकार बनाने जा रही है | करीब 27 साल के वनवास के बाद मिली सत्ता से भाजपा का गदगद होना स्वाभाविक है | दिल्ली का सरताज यानी सी.एम.कौन होगा इसका अंदाज़ा लगाना इतना आसान काम नहीं है बावजूद इसके इतना तो तय है पार्टी किसी ऐसे चेहरे पर दावं खेलेगी जिसका असर ना केवल दिल्ली अपितु कम से कम उत्तर भारत की सियासत पर तो पड़े | यह दिल्ली है और दिल्ली का संदेश बहुत दूर तक जाता है , लिहाजा माना जा रहा है भाजपा यह निर्णय कोई जल्दबाजी में नहीं लेनी वाली | भाजपा के दिल्ली प्रभारी वैजेंत पांडा पहले ही कह चुके है तकरीबन दस दिन लगेगें फैंसला लेने में | करीब आधा दर्जन नाम मुख्यमंत्री पद की रेस में है जिनमें से एक दो के सीधे तार संघ की आला लाबी से जुड़े हैं तो कम से कम दो को भाजपा के चाणक्य अमित शाह का आशीर्वाद प्राप्त है | माना जा रहा है अमित शाह वही निर्णय लेते हैं जो पार्टी के हित में होता है और उनका निर्णय कोई ऐसे वैसे ही नहीं लिया जाता उनके मापदंड पर खरा उतरने के लिए कई कसोटियों पर खरा उतरना पड़ता है |
राजस्थान में भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी चौंकाने वाले फैसले ले चुकी है | माना जा रहा है कि दिल्ली के लिए भी मुख्यमंत्री पद का फैसला चौंकाने वाला हो सकता है. कयासों में सबसे ऊपर नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा का नाम है. इसी तरह छठी बार बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए मोहन सिंह बिष्ट भी मुख्यमंत्री और स्पीकर पद की रेस में चल रहे हैं | कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी सीएम या डिप्टी सीएम पूर्वांचल से जुड़े नेता को बना सकती है | जहां तक सशक्त दावेदारों का सवाल है उनमें अजय महावर ,विजेंद्र गुप्ता,अनिल शर्मा , जितेन्द्र महाजन आशीष सूद ,सतीश उपाध्याय सहित कई नाम और भी है |
आपको यह भी बता दें एक स्टेट का चुनाव जीत कर अमित शाह अगला चुनाव जीतने के लिए बिसात बिछाना शुरू कर देते हैं इतना ही नहीं अरविन्द केजरीवाल को सत्ता से हटा अब अमित शाह की नजर उनकी दूसरी सरकार यानी पंजाब पर टिक गई है | ऐसे में किसी ऐसे सिख नेता पर दावं खेला जा सकता है जिसका प्रभाव दिल्ली की सियासत के साथ-साथ पंजाब तक हो | अब तो आप समझ ही गए होंगे भाजपा के पास ऐसा नाम मनजिंदर सिंह सिरसा का ही है जो दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष तो रहे ही हैं उनका अकाली दल से भी पुराना नाता रहा है | आपको मालुम ही होगा बिहार विधानसभा के चुनाव भी निकट भविष्य में होने है , इसलिए पूर्वांचली चेहरे पर विचार हो इस सम्भावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता |
पूर्वांचली चेहरे के रूप में मनोज तिवारी भी उम्मीद पाले है लेकिन उनकी पसंद को विधानसभा चुनावों में कितना महत्व मिला किसी से छिपा नहीं है लिहाजा उन्हें ज्यादा खुश होने की जरूरत भी नहीं है वैसे भी अमित शाह की कसौटी पर वे कितना खरे उतरते हैं हमसे ज्यादा उन्हें खुद मालुम है | इसकी चर्चा फिर कभी करेगें, पूर्वांचली समाज का जिक्र खुद प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी नें अपने सम्बोधन में किया था लिहाजा यह मानकर तो चलिए मुख्यमंत्री नहीं तो उप मुख्यमंत्री पद पर पूर्वांचली का नम्बर लग सकता है जिसमें अजय महावर का नाम सबसे आगे है ,अभय वर्मा भी इस कटेगरी में आते है लेकिन अजय महावर में संगठनात्मक क्षमता कई गुना ज्यादा है ,पूर्वांचल के साथ साथ अजय महावर का नाता राजस्थान से भी है और वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व भी करते हैं | मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसका खुलासा होने में अभी कुछ दिन और लग सकते है लेकिन जो नाम चल रहे है मुख्यमंत्री नहीं तो तो मंत्री ज्यादातर इनमें से ही बनेगें इस सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता | आज बस इतना ही …