एकीकृत पेंशन योजना सरकारी कर्मचारियों के साथ बड़ा धोखा : हाजी जरीफ
– शिवा कौशिक –
नई दिल्ली ,केंद्र सरकार के द्वारा मंजूरी दी गई नई एकीकृत पेंशन योजना का विरोध करते हुए कबीर नगर वार्ड के निगम पार्षद हाजी जरीफ ने कहा की यूपीएस देश के कर्मचारियों के साथ बहुत बड़ा धोखा है और अर्धसैनिक बल इस योजना के दायरे में नहीं आएंगे क्योंकि उनकी सेवा 25 वर्ष की नहीं है, जो इस पेंशन योजना के तहत पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए योग्यता मानदंड है।
हाजी जरीफ ने कहा की यूपीएस योजना एनपीएस से भी बदतर है। हाजी जरीफ ने कहा की एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) एससी, एसटी, ओबीसी और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के हितों पर कुठाराघात करने वाली योजना है। हाजी जरीफ ने कहा की नौकरी में उम्र सीमा में मिलने वाली छूट की वजह से एससी, एसटी और ओबीसी कर्मचारियों के लिए 25 साल की नौकरी पूरी कर पाना मुश्किल होगा, इसी तरह केंद्रीय अर्ध सैनिक बल के जवान भी ज्यादातर 20 वर्ष की नौकरी के बाद सेवानिवृत्ति ले लेते हैं तो ऐसे में उनकी भी 25 साल की सेवा पूरी नहीं हो पाएगी और वह महज 10,000 रुपए की पेंशन के ही हकदार हो पाएंगे।
हाजी जरीफ ने कहा की यह योजना एक धोखा है और एनपीएस से भी बदतर है। हाजी जरीफ ने कहा की यह कर्मचारी से ही पैसे लेकर पेंशन देने की योजना है। हाजी जरीफ ने आगे कहा की देश को चलाने के लिए भाजपा के पास न तो कोई नीति है और न ही इनकी कोई कार्य शैली है। हाजी जरीफ ने कहा की भाजपा देश की सत्ता पर बैठ जरूर गई है लेकिन यह बात सब जानते हैं कि भाजपा किस हालत में इस देश की सत्ता पर बैठी है, यह खुद अपनी ताकत पर नहीं बल्कि अन्य दलों की मदद से इस देश की सत्ता पर बैठे हैं इसलिए भाजपा के पास देश को चलाने के लिए, देश की जनता के हित में नीतियां बनाने के लिए न तो कोई योजना है और न ही इनके पास जनहित नीतियों को बनाने का अनुभव। हाजी जरीफ ने कहा की मैं इस नई एकीकृत पेंशन योजना का पूरी तरह से विरोध करता हूं और यह योजना न तो देश के हित में है और न ही जनता के हित में।