ऑस्ट्रेलिया में भारतीय लोगों पर नस्लीय हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां से नस्लीय हमले का एक और मामला सामने आया है, जिसमें भारतीय छात्र पर चाकू से हमला कर उसे बुरी तरह से घायल कर दिया गया। यह छात्र उत्तर प्रदेश के आगरा शहर का रहने वाला है। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग परिवार के एक सदस्य के लिए वीजा की सुविधा में सहायता कर रहा है। आईआईटी मद्रास से अपनी बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी और मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री पूरी की और 1 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया चले गए। परिजनों के अनुसार शुभम के चेहरे, छाती और पेट पर कई घाव हैं। वहीं एक 27 वर्षीय संदिग्ध को अपराध के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है और उस पर ‘हत्या के प्रयास’ का आरोप लगाया गया है। शुभम के पिता रामनिवास गर्ग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में शुभम के दोस्तों ने पुष्टि की कि न तो वे और न ही शुभम हमलावर को जानते थे। यह एक नस्लीय हमला प्रतीत होता है। हम भारत सरकार से मदद करने का अनुरोध करते हैं। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभम 6 अक्टूबर की रात करीब 10.30 बजे सड़क से पैदल गुजर रहा था। इसी दौरान एक शख्स उससे टकराया और चाकू की नोंक पर पैसे मांगे। जब शुभम ने इनकार कर दिया तो हमलावर चाकू से कई वार करके शुभम को खून से लथपथ अवस्था में छोड़कर भाग निकला। शुभम के चेहरे, छाती और पेट पर कई घाव हैं, रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उस अवस्था में भी वह पास के एक घर में जाने में कामयाब रहा और कुछ लोगों की मदद से उसे अस्पताल ले जाया गया। उधर, पुलिस ने मामले में 27 वर्षीय एक व्यक्ति को हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभम को हमलावर के बारे में पता नहीं था। किरावली के पैठ गली के रहने वाले रामनिवास गर्ग का 28 साल का बेटा शुभम गर्ग आईआईटी चेन्नई से मॉस्टर आफ साइंस की डिग्री लेकर ऑस्ट्रेलिया में पीएचडी करने के लिए गया है। वह सिडनी के यूनएनएसडब्ल्यू कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहा था। परिजनों ने बताया कि वह पिछले महीने एक सितंबर को ही ऑस्ट्रेलिया गया था। बताया जा रहा है कि छह अक्टूबर को वह एटीएम से रुपये निकाल कर रात करीब 10 बजे अपने कमरे पर लौट रहा था कि तभी एक हमलावर ने उसपर चाकुओं से हमला कर दिया।