दक्षिण गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। कई इलाकों में बीते तीन दिनों से बारिश नहीं थमी है। राज्य के 6 जिले बारिश से बुरी तरह प्रभावित हैं। हालात देखते हुए अहमदाबाद में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इस साल के मॉनसून में बाढ़-बारिश की घटनाओं में अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया।
दो हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
नवसारी, वलसाड, दांग और छोटा उदयपुर समेत कई जिलों में दो हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वलसाड का सबसे बुरा हाल है। यहां एक बार फिर तेज बारिश शुरू हो गई है। इस बीच मौसम विभाग ने 9 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। औरंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद वलसाड के कुछ निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। यहां एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने रेस्क्यू के लिए मोर्चा संभाल रखा है।
कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर
कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, इसलिए नवसारी जिले के अधिकारी भी अलर्ट पर हैं। वलसाड और नवसारी जिलों में बहुत भारी बारिश हुई है। छोटा उदयपुर और नर्मदा जिलों में भी भारी बारिश हुई, जिससे नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है। यहां निचले इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है।